यमुनानगर: भले ही प्रदेश की खट्टर सरकार प्रदेश को भ्रष्टाचार मुक्त होने का दावा करती हो. इसके बावजूद आए दिन सरकारी बाबूओं के चेहरे सामने आते रहते हैं जो बिना जेब गर्म किए काम करने को तैयार नहीं होते. ताजा मामला सामने आया है यमुनानगर जिले से. जहां विजिलेंस की टीम ने फूड एंड सप्लाई विभाग के सब इंस्पेक्टर रजनीकांत को गिरफ्तार किया है. पानीपत के गांव इसराना निवासी प्रवीण कुमार ने शिकायत देते हुए बताया था कि उसकी सुरेश कुमार एंड कंपनी के नाम से फर्म है.
यह फर्म ट्रांसपोर्ट से संबंधित सरकारी ठेके लेती है. 2021-22 का कान्फैड विभाग में पीडीएस स्कीम के तहत डिपुओं पर राशन भिजवाने का ठेका भी उनकी ही कंपनी ने लिया हुआ था. विजिलेंस को दी शिकायत में प्रवीण कुमार ने बताया कि उसके बिल पास करने के लिए हर महीने वह खाद्य आपूर्ति विभाग के सब इंस्पेक्टर रजनीकांत को दस हजार रुपये की रिश्वत देता था. अब मार्च महीने का सात लाख 29 हजार रुपये का बिल पेंडिंग पड़ा था.
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इसे पास कराने के नाम पर रजनीकांत 20 हजार रुपये की मांग कर रहा था. जिसकी उसने रिकॉर्डिंग कर विजिलेंस को सौंपी थी. विजिलेंस ने सब इंस्पेक्टर को पूछताछ के लिए विजिलेंस दफ्तर में बुलाया. जहां पर सब इंस्पेक्टर को गिरफ्तार किया गया. विजिलेंस अधिकारी ने बताया कि जो रिकार्डिंग मिली है उसको भी वायस सेम्पल की जांच के लिए भेजा दिया गया है. देखना होगा कि इस भ्रष्ट सरकारी बाबू के खिलाफ क्या कार्रवाई अमल में लाई जाएगी और जिस तरह शिकायत के मुताबिक पहले भी ठेकेदार रिश्वत देता आया था. क्या उसकी भी रिकवरी होगी.