यमुनानगर: विजिलेंस की टीम ने महिला थाने के एसआई अंग्रेज सिंह और एएसआई पूनम को 10 हजार रुपये की रिश्वत (female policeman arrested in yamunanagar) लेते गिरफ्तार किया है. खबर है कि रेप और अन्य धाराओं में फंसाने की धमकी देकर दोनों शिकायतकर्ता को काफी दिन से परेशान कर रहे थे. एसआई ने कहा कि ये रुपए उसने एएसआई पूनम के कहने पर लिए थे. इसमें उसका कोई दोष नहीं है.
विजिलेंस ने दोनों के खिलाफ मामला दर्ज कर उन्हें गिरफ्तार कर लिया. इस मामले में महिला थाना की एसएचओ दीपिक की भूमिका जांचने की बात विजिलेंस कह रही है. बता दें दीपिका ने 28 अगस्त को महिला थाना का पदभार संभाला था. हालांकि एएसआई पूनम और एसआई अंग्रेज के मुताबिक उनका कोई रोल नहीं है, जिसका रोल था वो बता दिया है. वे निर्दोष हैं. छछरौली के गांव वाले लेदा खास निवासी सुखराम ने बताया कि उसके बेटे की शादी कुछ साल पहले यमुनानगर की एक लड़की के साथ हुई थी.
शादी के बाद दोनों में अनबन रहने लगी. जिस पर उसकी पुत्रवधू ने उसके बेटे अन्य परिजनों के खिलाफ 25 जून को महिला थाना में मारपीट, दुष्कर्म व अन्य धाराओं में केस दर्ज कराया था. केस दर्ज होने से वो बहुत परेशान थे, क्योंकि पुत्रवधू ने उनके खिलाफ झूठा केस दर्ज कराया था. इसी केस के सिलसिले में वो कई दिनों से महिला थाना में चक्कर काट रहा था. सुखराम का आरोप है कि इस मामले की जांच महिला थाना की एएसआई पूनम कर रही थी. वो धमकी दे रही थी कि उसने भी इस केस में फंसा देंगे और उसे जेल हो जाएगी. जिससे वो डर गया.
इसके लिए पूनम ने उससे 20 हजार रुपये मांगे. परंतु आर्थिक स्थिति ठीक न होने के कारण वो रुपये देने में असमर्थ था. इसलिए इसकी शिकायत उसने विजिलेंस को कर दी. जिस पर विजिलेंस ने टीम का गठन किया. सुखराम रुपये लेकर महिला थाना में पूनम के पास गया. जिस पर पूनम ने कहा कि अभी वह व्यस्त है और वह यह रुपये सब इंस्पेक्टर अंग्रेज सिंह को दे दे. अंग्रेज सिंह ने महिला थाना के शौचालय के पास सुखराम से 10 हजार रुपये लिए. विजिलेंस ने दबिश देकर उसे पकड़ लिया और रुपये बरामद किए. विजिलेंस एएसआई पूनम को भी साथ लेकर गई.