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Bribe In Yamunanagar: रिश्वत के मामले में गिरफ्तार हुए डीटीओ डॉ. सुभाष, दलालों के जरिए रिश्वत लेने का है आरोप

यमुनानगर और करनाल जिले में डीटीओ पद पर तैनात डॉक्टर सुभाष को रिश्वतखोरी के आरोप में गिरफ्तार कर लिया गया है. बता दें कि विजिलेंस की टीम ने इस पूरे मामले कुल चार लोगों को गिरफ्तार किया जिनके पास से लाखों रुपये बरामद हुए हैं.

Vigilance Bureau arrests dto doctor Subhash
रिश्वत के मामले में गिरफ्तार हुए डीटीओ डॉ. सुभाष, दलालों के जरिए रिश्वत लेने का है आरोप
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Published : Oct 16, 2022, 11:53 AM IST

Updated : Oct 16, 2022, 4:06 PM IST

यमुनानगर: स्टेट विजिलेंस की टीम ने यमुनानगर और करनाल जिले के डीटीओ डॉक्टर सुभाष को रिश्वतखोरी के आरोप में गिरफ्तार कर लिया (Vigilance Bureau arrests dto doctor Subhash) है. इससे पहले विभाग ने 8 अक्टूबर को यमुनानगर में नीरज, मानिक और अंकित को गिरफ्तार किया था. ये तीनों डीटीओ के नाम पर ट्रक मालिकों से रिश्वत वसूलते थे. यह धंधा पिछले लंबे समय से जारी था. इसकी सूचना लगातार विजिलेंस को मिल रही थी. इसी बीच अख्तर नाम की ट्रांसपोर्ट कंपनी के मालिक ने विजिलेंस को इसकी लिखित शिकायत की. जिसके बाद स्टेट विजिलेंस ने पूरा जाल बिछाया और तीनों कलेक्शन एजेंटों को रंगे हाथों गिरफ्तार करके उनसे चालीस हजार की नगदी बरामद की.

इसके बाद 12 अक्टूबर को संदीप उर्फ सोनू को भी गिरफ्तार किया गया. गिरफ्तारी के दौरान इन चारों एजेंटों से सख्ती से पूछताछ की गई. इसके बाद उन्होंने यमुनानगर के डीटीओ डॉक्टर सुभाष एवं एक अन्य विभागीय अधिकारी का नाम लिया, जिसके कहने पर वह यह कलेक्शन करते थे. विजिलेंस के इंस्पेक्टर सचिन के अनुसार अब तक इन सभी से 66 लाख 93 हजार रुपये की बरामदगी की है.

रिश्वत के मामले में गिरफ्तार हुए डीटीओ डॉ. सुभाष, दलालों के जरिए रिश्वत लेने का है आरोप

बताया जा रहा है कि यह लोग लंबे समय से यमुनानगर एवं करनाल से गुजरने वाले ओवरलोड ट्रकों से महीना बांधते थे. और उन्हें कोड देते थे जो ट्रक चालक, मालिक इससे इनकार करते थे उनका अंडर लोड होने के बावजूद उसका चालान कर दिया जाता था जबकि ओवरलोडेड ट्रकों को सेटिंग होने के बावजूद रोका नहीं जाता था. ओवरलोड वाहनों को निकलवाने के लिए दलालों के माध्यम से मंथली लेने के आरोपित जिला परिवहन अधिकारी डीटीओ डा. सुभाष चंद्र को करनाल विजिलेंस (Karnal Vigilance) ने गिरफ्तार कर लिया. उसके घर से 30 लाख रुपये की रिकवरी भी की गई है.

करनाल विजिलेंस के इंस्पेक्टर सचिन ने बताया कि डीटीओ को रविवार को कोर्ट में पेश कर रिमांड पर लिया जाएगा. इस केस में अब तक डीटीओ सहित चार दलाल भी गिरफ्तार किए जा चुके हैं. चारों दलालों को जेल में भेजा जा चुका है. अब तक विजिलेंस इस केस में 66 लाख रुपये बरामद कर चुकी है. करनाल विजिलेंस को टीम ने डीटीओ डा. सुभाष चंद्र के नाम से ओवरलोड वाहन निकालने के लिए मंथली लेने की शिकायत उत्तर प्रदेश के शामली निवासी ट्रांसपोर्टर ने दी थी. इसके बाद टीम ने नौ अक्टूबर को शिकायतकर्ता से 40 हजार रुपये लेते अंकित व उसके साथी लवली को पकड़ा गया. इसके बाद बाइपास रोड से गांधीधाम कॉलोनी के रहने वाले नीरज को पकड़ा गया.

अंकित के घर से छह लाख 47 हजार रुपये भी विजिलेंस ने बरामद किए थे. नीरज के घर से एक लाख 76 हजार रुपये बरामद किए थे. इनमें से लवली को न्यायिक हिरासत में भेजा गया था. जबकि अंकित व नीरज को तीन दिन के रिमांड पर लेकर पूछताछ की थी. उनसे पूछताछ के बाद एक अन्य दलाल संदीप को गिरफ्तार किया गया जिसे शनिवार को न्यायिक हिरासत में भेजा गया. उससे 27 लाख रुपये बरामद किए जा चुके हैं.

यमुनानगर: स्टेट विजिलेंस की टीम ने यमुनानगर और करनाल जिले के डीटीओ डॉक्टर सुभाष को रिश्वतखोरी के आरोप में गिरफ्तार कर लिया (Vigilance Bureau arrests dto doctor Subhash) है. इससे पहले विभाग ने 8 अक्टूबर को यमुनानगर में नीरज, मानिक और अंकित को गिरफ्तार किया था. ये तीनों डीटीओ के नाम पर ट्रक मालिकों से रिश्वत वसूलते थे. यह धंधा पिछले लंबे समय से जारी था. इसकी सूचना लगातार विजिलेंस को मिल रही थी. इसी बीच अख्तर नाम की ट्रांसपोर्ट कंपनी के मालिक ने विजिलेंस को इसकी लिखित शिकायत की. जिसके बाद स्टेट विजिलेंस ने पूरा जाल बिछाया और तीनों कलेक्शन एजेंटों को रंगे हाथों गिरफ्तार करके उनसे चालीस हजार की नगदी बरामद की.

इसके बाद 12 अक्टूबर को संदीप उर्फ सोनू को भी गिरफ्तार किया गया. गिरफ्तारी के दौरान इन चारों एजेंटों से सख्ती से पूछताछ की गई. इसके बाद उन्होंने यमुनानगर के डीटीओ डॉक्टर सुभाष एवं एक अन्य विभागीय अधिकारी का नाम लिया, जिसके कहने पर वह यह कलेक्शन करते थे. विजिलेंस के इंस्पेक्टर सचिन के अनुसार अब तक इन सभी से 66 लाख 93 हजार रुपये की बरामदगी की है.

रिश्वत के मामले में गिरफ्तार हुए डीटीओ डॉ. सुभाष, दलालों के जरिए रिश्वत लेने का है आरोप

बताया जा रहा है कि यह लोग लंबे समय से यमुनानगर एवं करनाल से गुजरने वाले ओवरलोड ट्रकों से महीना बांधते थे. और उन्हें कोड देते थे जो ट्रक चालक, मालिक इससे इनकार करते थे उनका अंडर लोड होने के बावजूद उसका चालान कर दिया जाता था जबकि ओवरलोडेड ट्रकों को सेटिंग होने के बावजूद रोका नहीं जाता था. ओवरलोड वाहनों को निकलवाने के लिए दलालों के माध्यम से मंथली लेने के आरोपित जिला परिवहन अधिकारी डीटीओ डा. सुभाष चंद्र को करनाल विजिलेंस (Karnal Vigilance) ने गिरफ्तार कर लिया. उसके घर से 30 लाख रुपये की रिकवरी भी की गई है.

करनाल विजिलेंस के इंस्पेक्टर सचिन ने बताया कि डीटीओ को रविवार को कोर्ट में पेश कर रिमांड पर लिया जाएगा. इस केस में अब तक डीटीओ सहित चार दलाल भी गिरफ्तार किए जा चुके हैं. चारों दलालों को जेल में भेजा जा चुका है. अब तक विजिलेंस इस केस में 66 लाख रुपये बरामद कर चुकी है. करनाल विजिलेंस को टीम ने डीटीओ डा. सुभाष चंद्र के नाम से ओवरलोड वाहन निकालने के लिए मंथली लेने की शिकायत उत्तर प्रदेश के शामली निवासी ट्रांसपोर्टर ने दी थी. इसके बाद टीम ने नौ अक्टूबर को शिकायतकर्ता से 40 हजार रुपये लेते अंकित व उसके साथी लवली को पकड़ा गया. इसके बाद बाइपास रोड से गांधीधाम कॉलोनी के रहने वाले नीरज को पकड़ा गया.

अंकित के घर से छह लाख 47 हजार रुपये भी विजिलेंस ने बरामद किए थे. नीरज के घर से एक लाख 76 हजार रुपये बरामद किए थे. इनमें से लवली को न्यायिक हिरासत में भेजा गया था. जबकि अंकित व नीरज को तीन दिन के रिमांड पर लेकर पूछताछ की थी. उनसे पूछताछ के बाद एक अन्य दलाल संदीप को गिरफ्तार किया गया जिसे शनिवार को न्यायिक हिरासत में भेजा गया. उससे 27 लाख रुपये बरामद किए जा चुके हैं.

Last Updated : Oct 16, 2022, 4:06 PM IST
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