यमुना नगरः शिक्षा निदेशालय ने 25 से कम बच्चों वाले सरकारी प्राइमरी स्कूलों को आसपास के स्कूलों में समायोजित करने की तैयारी कर ली है. जिसके चलते जिला शिक्षा विभाग को पत्र भेजकर ऐसे स्कूलों का सर्वे करने के लिए कहा गया है जिनमें 25 से कम बच्चे पढ़ रहे हैं.
विधानसभा सत्र के दौरान शिक्षा मंत्री कंवरपाल गुर्जर ने कहा था कि सरकार 25 से कम बच्चों वाले सरकारी प्राइमरी स्कूलों को आसपास के स्कूलों में समायोजित करने के बारे में सोच रही है. जिसके चलते शिक्षा निदेशालय ने अब जिला शिक्षा विभागों में पत्र भेजने शुरू कर दिए हैं. यमुनानगर जिला शिक्षा विभाग को भी शिक्षा निदेशालय से पत्र आया है कि ऐसे स्कूलों का सर्वे किया जाए, जिनमें 25 से कम बच्चे पढ़ रहे हैं.
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वहीं उप जिला शिक्षा अधिकारी ने बताया कि यहां 42 ऐसे प्राइमरी स्कूल हैं जिनमें 25 से कम बच्चे पढ़ रहे हैं. उन्होंने बताया कि सर्वे के दौरान यह भी ख्याल रखा जाएगा कि जिस स्कूल में बंद होने वाला स्कूल समायोजित किया जाएगा वह केवल 1 किलोमीटर की दूरी पर ही होना चाहिए. उन्होंने कहा कि शिक्षा निदेशालय के आदेश अनुसार ब्लॉक स्तर पर टीमें सर्वे कर रही हैं और जल्द ही सर्वे कर रिपोर्ट भेज दी जाएगी.
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आपको बता दें कि यमुनानगर में 42 ऐसे सरकारी प्राइमरी स्कूल हैं जिनमें 25 से कम बच्चे पढ़ रहे हैं और 4 स्कूल तो ऐसे भी हैं जिनमें एक भी बच्चा नहीं है. फिलहाल देखना होगा कि यमुनानगर में ऐसे कितने प्राइमरी स्कूल हैं जो शिक्षा विभाग के इस सर्वे के दायरे में आने वाले कितने स्कूलों के एक किमी. के दायरे में दूसरा स्कूल उपलब्द है. वही बात करें तो दूसरी तरफ शिक्षा विभाग साइंस फैकेल्टी में पढ़ रही छात्राओं को निशुल्क यातायात सुविधा देने की भी तैयारी कर रहा है.