यमुनानगर: हरियाणा के यमुनानगर में छात्र अपनी जान पर खेलकर पढ़ाई कर रहे हैं. बसों की कमी के कारण छात्रों को बस से लटक कर सफर करना पड़ रहा है. जिसके कारण कई हादसे भी अब तक हो चुके हैं. बसों की कमी का असर लोगों के साथ विद्यार्थियों की पढ़ाई पर पड़ रहा है. प्रतापनगर और छछरौली बस स्टैंड पर हालात इतने खराब हैं कि यहां लोगों और छात्रों को जान हथेली में रखकर बस से लटकते हुए सफर करना पड़ रहा है, जो काफी खतरनाक साबित हो सकता है. (Lack of Haryana Roadways buses in yamunanagar)

छात्रों का कहना है प्रतापनगर और छछरौली बस स्टैंड से यमुनानगर जाने के लिए बसों की बहुत कमी है और यह कमी लंबे समय से चली आ रही है. स्कूल के लिए देर होने पर बस में उस समय चढ़ना मजबूरी हो जाती है. कई बार दरवाजे और खिड़की पर लटककर सफर करना पड़ता है. छात्रों का कहना है कि अच्छे स्कूल यमुनानगर में ही हैं. इसलिए बेहतर शिक्षा के लिए ग्रामीण इलाकों से बच्चे शहर का रुख करते हैं. लेकिन बसों की संख्या कम होने से छात्र या तो स्कूल और कॉलेज नहीं जा पाते अगर जाते भी हैं तो बसों की खड़की पर लटक कर सफर करते हैं.
छात्रों ने मांग की है कि निगम बसों की संख्या बढ़ाये ताकि छात्र जोखिम फ्री सफर कर सके. वहीं, यमुनानगर रोडवेज जीएम बालक राम ने माना है कि निगम में बसों की कमी है. ऐसे में जल्द बसों को बढ़ाया जाएगा. ग्रामीण इलाकों में इलेक्ट्रिक बसें चलाई जाएंगी. ताकि बच्चे सुरक्षित सफर कर सके.
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