यमुनानगर: फसल अवशेषों को जलाने वाले किसानों के खिलाफ अब प्रशासन व कृषि अधिकारियों ने सख्त रूख अख्तियार कर लिया है. सैटेलाइट के अलावा गांव दर गांव अधिकारियों की टीमें निरीक्षण कर रही हैं और किसानों को जागरूक करने के साथ-साथ ऐसे किसानों को चिन्हित कर रही हैं. जो फसलों के अवशेष जला रहे हैं. टीम में खंड अधिकारी के अलावा एरिया के पटवारी व ग्राम सचिव भी साथ हैं. फसल अवशेष जलाने वाले ऐसे कई किसानों को विभाग द्वारा चिन्हित किया गया है और उन पर जुर्माना लगाया गया है.
उपमंडल कृषि अधिकारी सतबीर सिंह ने बताया कि विभाग द्वारा किसानों को फसल अवशेष न जलाने के लिए जागरूक किया जा रहा है. इसके अलावा गांव स्तर पर इसकी एक टीम भी बनाई गई है. जो किसानों को जागरुक करने के साथ जो नियमों की अवहेलना करता है, उस पर कार्रवाई भी करती है.
उन्होंने कहा की जिले में विभाग के पास अबतक 112 ऐसी लोकेशन उनके पास आई है. जहां पर फसल अवशेषों को जलाया जा गया था. जिनमें से 40 के खिलाफ चालान भी किये गए है.
वहीं रादौर में 48 लोकेशन उन्हें प्राप्त हुई है. जिनमें से चार के चालान किये है, 13 मामले अभी अंडर प्रोसेस है. उन्होंने किसानों से अपील की कि फसल अवशेषों को जलाने की बजाए कृषि यंत्रों के साथ उन्हें जमीन में मिलाएं. ऐसा करने से जहां वायु प्रदूषण होने से बचेगा. वहीं दूसरी ओर भूमि की उपजाऊ शक्ति भी बढ़ेगी.
बता दें कि, 2 एकड़ तक फसल अवशेष जलाने वाले किसान के पर ढाई हजार, 2-5 एकड़ तक 5 हजार व 5 एकड़ से ऊपर 15 हजार रुपये जुर्माने का प्रावधान रखा गया है. जितनी बार किसान फसल अवशेष जलाएगा. उतनी बार उस पर जुर्माना लगेगा. अगर किसान जुर्माना नहीं अदा करता है. तो कमेटी की ओर से रिपोर्ट संबंधित थाना प्रभारी देकर आगामी कार्रवाई अमल में लाई जाती है.
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