यमुनानगर: जिला यमुनानगर में 1 नवंबर 2020 से केवल हाई रिस्क एरिया में ही पोलियो अभियान शुरू होगा. ये जानकारी जिला उपायुक्त मुकुल कुमार ने स्वास्थ्य विभाग यमुनानगर की जिला टास्क फोर्स कमेटी की बैठक के दौरान दी. बुधवार को उपायुक्त मुकुल कुमार की अध्यक्षता में ये बैठक हुई. इस बैठक में सभी संबन्धित विभागों के अधिकारियों ने भाग लिया.
उपायुक्त मुकुल कुमार ने बताया कि भारत सरकार द्वारा जारी निर्देशों की अनुपालना करते हुए पोलियो सब-नेशनल इम्यूनाइजेशन-डे (एसएनआईडी) 1 नवम्बर 2020 से देश के चुनिंदा हिस्सों में आयोजित किया जाएगा. हालांकि इस अवधि के दौरान एसएनआईडी हरियाणा के 13 जिलों यमुनानगर, अंबाला, फरीदाबाद, गुरुग्राम, नूंह, करनाल, कुरुक्षेत्र, झज्जर, रोहतक, पंचकूला, पलवल, पानीपत और सोनीपत में केवल सभी उच्च जोखिम वाले क्षेत्रों में आयोजित किया जाएगा.
कोविड महामारी के दौरान इसके संक्रमण को देखते हुए अब की बार भारत सरकार द्वारा जारी हिदायतों के अनुसार ही जिले में सभी अर्थात कुल 918 उच्च जोखिम क्षेत्रों में कुल 24,837 जन्म से 5 वर्ष तक के बच्चों को पोलियो वैक्सीन की दो बूंदें पिलाई जाएंगी. जिसमें उच्च जोखिम क्षेत्रों के अन्तर्गत आने वाले 21 कंटेनमेंट जोन भी सम्मिलित हैं.
स्वास्थ्य विभाग द्वारा इस अभियान को सफल बनाने के लिए 548 वैक्सिनेटरस, 198 हेल्थ टीम व 44 मोबाइल हेल्थ टीमों का गठन किया गया है जिसको 53 सुपरवाइजर्स सुपरवाइज करेंगे. सभी पोलियो वैक्सीन पिलाने वाली टीमें सरकार द्वारा जारी हिदायतों के अनुसार मुंह व नाक पर मास्क का व प्रत्येक बच्चे को पोलियो की खुराक पिलाने से पहले हैंड सैनिटाइजर का प्रयोग करेंगी व निश्चित दूरी भी रखेंगी.
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उपायुक्त ने सम्बन्धित विभागों के अधिकारियों को जरूरी निर्देश दिए ताकि 1 नबम्बर 2020 को होने वाले पोलियो अभियान में सभी वांछित बच्चों को पोलियो की वैक्सीन की खुराक दी जा सके. इस बैठक के दौरान विश्व स्वास्थ्य संगठन से सर्विलांस मेडिकल ऑफिसर डॉ. शिवानी गुप्ता ने उपस्थित सभी अधिकारियों को विश्व स्तर पर व राष्ट्रीय स्तर पर कोविड महामारी के दौरान पोलियो विषाणु की वास्तविक स्थिति व विश्व स्वास्थय संगठन के दिशा निर्देशों के अनुसार पोलियो का ये अभियान करने की पूर्ण रूप से जानकारी दी.