यमुनानगर: पीटीआई टीचर पिछले करीब 100 दिनों से नौकरी बहाली की मांग को लेकर सरकार के खिलाफ मोर्चा खोले हुए हैं. बुधवार को एक बार फिर पीटीआई टीचर का गुस्सा फूट पड़ा. वो शिक्षा मंत्री के आवास का घेराव करने के लिए चल दिए. पीटीआई टीचर्स को रोकने के लिए पुलिस की तैनाती की गई और तीन बेरिकेड लगाए गाए.
पीटीआई टीचर्स को ये बेरिकेड भी नहीं रोक पाए. पीटीआई टीचर्स बेरिकेडिंग को तोड़ते हुए शिक्षा मंत्री के आवास तक पहुंच गए. पुलिस ने उनको रोकने की भरपूर कोशिश की, लेकिन पीटीआई टीचर्स नहीं रूके. पीटीआई टीचर शिक्षा मंत्री कंवर पाल गुर्जर से मिले और उन्हें नौकरी बहाली की मांग को लेकर ज्ञापन सौंपा.
इस दौरान मीडिया से बात करते हुए शिक्षा मंत्री कंवर पाल गुर्जर ने कहा कि पीटीआई टीचर्स ने उनको एक ज्ञापन सौंपा है. टीचर्स की मांगों पर गौर फरमाया जाएगा. साथ ही कंवर पाल गुर्जर ने कहा कि वो सुप्रीम कोर्ट के फैसले को मानने को बाध्य हैं पर फिर भी वो इस पर गौर करेंगे.
क्या है पूरा मामला?
हरियाणा स्टाफ सेलेक्शन कमीशन ने अप्रैल 2010 में 1983 पीटीआई को प्रदेशभर में भर्ती किया था. इस दौरान नियुक्तियों में असफल रहे अभ्यर्थियों में संजीव कुमार, जिले राम और एक अन्य ने हाईकोर्ट में याचिका दायर कर नियुक्ति में गड़बड़ी का आरोप लगा चुनौती दी थी. याचिका लगाने वालों में से दो की मौत हो चुकी है जबकि एक कर्मचारी 30 अप्रैल को ही रिटायर हुआ है.
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याचिका में उन्होंने कहा था कि ऐसे उम्मीदवारों को भी नियुक्ति दी थी, जिनके शैक्षणिक दस्तावेज फर्जी हैं. हाईकोर्ट की सिंगल बेंच ने याचिका पर सुनवाई कर पीटीआई की भर्ती को रद्द कर दिया था. उसके बाद सुप्रीम कोर्ट ने भी फैसला बरकरार रखा.