यमुनानगरः महात्मा गांधी ग्रामीण बस्ती के लोगों ने बुधवार को चुनावों के बहिष्कार का ऐलान किया है. बस्तिवासियों ने अपने घरों के सामने बीजेपी विधायकों के लिए नो एंट्री के पोस्टर्स भी लगवाए हैं. उनका आरोप है कि महात्मा गांधी योजना के तहत प्रदेश की सबसे पहली बस्ती होने के बावजूद आज तक उन्हें बिजली और पानी की व्यवस्था नहीं है.
बस्तीवासियों का कहना है कि उस वक्त सरकार ने ये कहा था कि इस कॉलोनी में सभी मुलभुत सुविधाएं मुहैया करवाई जाएगी, लेकिन आज तक 10 साल से अधिक का समय बीत जाने के बाद भी उनकी कॉलोनी में बिजली और पानी की किल्लत है. जिससे नाराज होकर लोगों ने कहा कि इस बार चुनाव को लेकर बीजेपी विधायकों की बस्ती में नो एंट्री का बैनर लगा दिया गया है.
बस्तीवासियों का कहना है कि नो एंट्री के बाद भी अगर कोई बीजेपी नेता उनके पास वोट के लिए आता है तो पत्थर बरसाकर उसे यहां से खदेड़ दिया जाएगा. बस्तीवासियों ने सरकार को 20 अप्रैल तक बस्ती में काम शुरू करवाने का वक्त दिया है. उनका कहना है कि अगर इस दिए गए वक्त में उनका काम नहीं होता तो 2 मई को हाइवे जाम करने की चेतावनी दी है.
आपको बता दें कि साल 2008 में तत्कालीन हुड्डा सरकार के कार्यकाल में रादौर के गांव नाचरोंन से सरकार ने महात्मा गांधी ग्रामीण बस्ती योजना की शुरुआत की थी. जिसके तहत बीपीएल परिवारों को सरकार की और से 100 गज के प्लाट मुफ्त दिए गए थे.