ETV Bharat / state

रादौर की इस कॉलोनी में बीजेपी विधायकों की 'NO ENTRY' - यमुनानगर

महात्मा गांधी ग्रामीण बस्ती के लोगों ने बुधवार को चुनावों के बहिष्कार का ऐलान किया है. बस्तीवासियों ने अपने घरों के सामने बीजेपी विधायकों के लिए नो एंट्री के पोस्टर्स भी लगवाए हैं. उनका आरोप है कि महात्मा गांधी योजना के तहत प्रदेश की सबसे पहली बस्ती होने के बावजूद आज तक उन्हें बिजली और पानी की व्यवस्था नहीं है.

घरों के सामने लगे नो एंट्री का बोर्ड
author img

By

Published : Apr 17, 2019, 10:08 PM IST

यमुनानगरः महात्मा गांधी ग्रामीण बस्ती के लोगों ने बुधवार को चुनावों के बहिष्कार का ऐलान किया है. बस्तिवासियों ने अपने घरों के सामने बीजेपी विधायकों के लिए नो एंट्री के पोस्टर्स भी लगवाए हैं. उनका आरोप है कि महात्मा गांधी योजना के तहत प्रदेश की सबसे पहली बस्ती होने के बावजूद आज तक उन्हें बिजली और पानी की व्यवस्था नहीं है.

बस्तीवासियों का कहना है कि उस वक्त सरकार ने ये कहा था कि इस कॉलोनी में सभी मुलभुत सुविधाएं मुहैया करवाई जाएगी, लेकिन आज तक 10 साल से अधिक का समय बीत जाने के बाद भी उनकी कॉलोनी में बिजली और पानी की किल्लत है. जिससे नाराज होकर लोगों ने कहा कि इस बार चुनाव को लेकर बीजेपी विधायकों की बस्ती में नो एंट्री का बैनर लगा दिया गया है.

बस्तीवासियों ने किया प्रदर्शन

बस्तीवासियों का कहना है कि नो एंट्री के बाद भी अगर कोई बीजेपी नेता उनके पास वोट के लिए आता है तो पत्थर बरसाकर उसे यहां से खदेड़ दिया जाएगा. बस्तीवासियों ने सरकार को 20 अप्रैल तक बस्ती में काम शुरू करवाने का वक्त दिया है. उनका कहना है कि अगर इस दिए गए वक्त में उनका काम नहीं होता तो 2 मई को हाइवे जाम करने की चेतावनी दी है.

आपको बता दें कि साल 2008 में तत्कालीन हुड्डा सरकार के कार्यकाल में रादौर के गांव नाचरोंन से सरकार ने महात्मा गांधी ग्रामीण बस्ती योजना की शुरुआत की थी. जिसके तहत बीपीएल परिवारों को सरकार की और से 100 गज के प्लाट मुफ्त दिए गए थे.

यमुनानगरः महात्मा गांधी ग्रामीण बस्ती के लोगों ने बुधवार को चुनावों के बहिष्कार का ऐलान किया है. बस्तिवासियों ने अपने घरों के सामने बीजेपी विधायकों के लिए नो एंट्री के पोस्टर्स भी लगवाए हैं. उनका आरोप है कि महात्मा गांधी योजना के तहत प्रदेश की सबसे पहली बस्ती होने के बावजूद आज तक उन्हें बिजली और पानी की व्यवस्था नहीं है.

बस्तीवासियों का कहना है कि उस वक्त सरकार ने ये कहा था कि इस कॉलोनी में सभी मुलभुत सुविधाएं मुहैया करवाई जाएगी, लेकिन आज तक 10 साल से अधिक का समय बीत जाने के बाद भी उनकी कॉलोनी में बिजली और पानी की किल्लत है. जिससे नाराज होकर लोगों ने कहा कि इस बार चुनाव को लेकर बीजेपी विधायकों की बस्ती में नो एंट्री का बैनर लगा दिया गया है.

बस्तीवासियों ने किया प्रदर्शन

बस्तीवासियों का कहना है कि नो एंट्री के बाद भी अगर कोई बीजेपी नेता उनके पास वोट के लिए आता है तो पत्थर बरसाकर उसे यहां से खदेड़ दिया जाएगा. बस्तीवासियों ने सरकार को 20 अप्रैल तक बस्ती में काम शुरू करवाने का वक्त दिया है. उनका कहना है कि अगर इस दिए गए वक्त में उनका काम नहीं होता तो 2 मई को हाइवे जाम करने की चेतावनी दी है.

आपको बता दें कि साल 2008 में तत्कालीन हुड्डा सरकार के कार्यकाल में रादौर के गांव नाचरोंन से सरकार ने महात्मा गांधी ग्रामीण बस्ती योजना की शुरुआत की थी. जिसके तहत बीपीएल परिवारों को सरकार की और से 100 गज के प्लाट मुफ्त दिए गए थे.

Intro:प्रदेश की पहली महात्मा गाँधी ग्रामीण बस्ती में बिजली पानी की उचित व्यवस्था न होने से भड़के बस्तीवासियों ने वोट न देने का किया एलान, बस्ती में भाजपा भाजपा विधायकों की नो एंट्री का लगाया बैनर। बोले जब तक सुविधा नहीं मिलेगी तब तक नहीं करेंगे मतदान। Body:वर्ष 2008 में तत्कालीन हुड्डा सरकार के कार्यकाल में रादौर के गांव नाचरोंन से सरकार ने महात्मा गाँधी ग्रामीण बस्ती योजना की शुरुआत की थी, जिसके तहत बीपीएल परिवारों को सरकार की और से 100 गज के प्लाट मुफ्त दिए गए थे। बस्तीवासियो का कहना है की उस वक्त सरकार ने ये कहा गया था की इस कालोनी में सभी मुलभुत सुविधाएं मुहैया करवाई जाएगी। लेकिन इन बस्तीवासियों का आरोप है की 10 वर्ष से अधिक का समय बीत जाने के बाद भी उनकी कॉलोनी में आजतक बिजली और पानी की भी उचित व्यवस्था नहीं करवाई गयी है। जिस कारण उनका जीवन नर्क बनकर रह गया है। बस्तीवासियों का आरोप है की इस समस्या को वे स्थानीय विधायक के समक्ष भी उठा चुके है बावजूद इसके हालत जस के तस बने हुए है। अब चुनाव आया तो नेता फिर से उनके पास वोट के लिए आने लगे है, लेकिन अब उन्होंने भाजपा विधायकों की बस्ती में नो एंट्री का बैनर लगा दिया है। बस्तीवासियों का तो यहाँ तक कहना था की नो एंट्री के बाद भी अगर कोई भाजपा नेता उनके पास वोट के लिए आता है तो पत्थर बरसाकर उसे यहाँ से खदेड़ दिया जाएगा। Conclusion:वही बस्तीवासियों ने सरकार को 20 अप्रैल तक बस्ती में काम शुरू न करने पर 2 मई को हाइवे जाम करने की चेतावनी दी है। चुनाव के समय इन बस्तीवासियों ने प्रशासन के साथ साथ भाजपा की भी मुश्किलें बढ़ा दी है। अब देखना होगा की इन बस्तीवासियों का चुनाव के वक्त किया गया यह विरोध उनकी मांगो को सिरे चढ़ा पाता है या नहीं।
ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.