यमुनानगर: रटोली रोड स्थित स्प्रिंगफील्ड स्कूल के बाहर आज फिर अभिभावकों ने प्रदर्शन किया और वहां से मार्च निकालते हुए जिला सचिवालय पहुंचे. यहां अतिरिक्त जिला उपायुक्त को अंबाला जिला शिक्षा अधिकारी द्वारा जारी किया गया पत्र दिखाकर उसी तरह यमुनानगर में भी पत्र जारी करने की दरख्वास्त लगाई गई.
कोरोना के चलते जहां साल भर स्कूल बंद रहे तो वहीं बच्चों को ऑनलाइन शिक्षा दी गई. वहीं लॉकडाउन के चलते लोगों के कामकाज ठप होने की वजह से सरकार और कोर्ट की तरफ से अभिभावकों को एनुअल फीस के लिए राहत दी गई, लेकिन अब एग्जाम आते ही स्कूलों ने अभिभावकों से एनुअल फीस मांगनी शुरू कर दी है.
इसके चलते प्रदेश के कई प्राइवेट स्कूलों में अभिभावकों का हंगामा देखने को मिला. वहीं यमुनानगर के भी एक निजी स्कूल में शुक्रवार से हंगामा हो रहा है. आज सुबह 8 बजे से फिर अभिभावक स्कूल के बाहर प्रदर्शन करने पहुंचे.
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स्कूल पर प्रदर्शन करने के बाद वे जिला सचिवालय पहुंचे और अतिरिक्त उपायुक्त को जिला शिक्षा अधिकारी अंबाला की ओर से एनुअल फीस को लेकर जारी किया गया लेटर दिखाकर यमुनानगर में भी लेटर जारी करने के लिए गुहार लगाई.
प्रदर्शनकारियों का कहना था कि वे स्कूल की मनमानी को बर्दाश्त नहीं करेंगे क्योंकि स्कूल कोर्ट के आदेशों की अवहेलना कर रहा है. उन्होंने कहा कि लेटर में साफ लिखा है कि स्कूल सिर्फ ट्यूशन फीस ले सकता है और एनुअल फीस नहीं ले सकता जबकि यह निजी स्कूल अभिभावकों पर एनुअल फीस के लिए दबाव बना रहा है.
बता दें कि, इससे पहले जब ईटीवी भारत की टीम ने स्कूल प्रशासन से बातचीत की थी तो उन्होंने लेटर दिखाते हुए कहा था कि वह सरकार और कोर्ट के आदेश अनुसार ही बच्चों के अभिभावकों से ही फीस की मांग कर रहे हैं और 90 फीसदी अभिभावक बच्चों की फीस जमा करवा चुके हैं, लेकिन कुछ अभिभावक बेवजह मनमानी पर उतर रहे हैं. जबकि स्कूल ने महामारी के दौरान अभिभावकों को सरकार के आदेशों से अलग भी काफी राहत दी थी.
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