यमुनानगर: पिछले साल दिसंबर महीने में प्याज की बढ़ी कीमतों ने सरकार से लेकर आम आदमी तक को हिला कर रख दिया था. हालात ऐसे हो चले थे की लोग बिना प्याज के ही तड़का लगाने पर मजबूर हो गए थे. जानकारों की माने तो दिसंबर महीने में बढ़ी प्याज की कीमतों ने पिछले सभी रिकॉर्ड तोड़ दिए थे.
दिसंबर महीने में प्याज की बढ़ी कीमतों के कारण तो हालत यहां तक आ गए थे की प्याज कुछ चुनिंदा दुकानों पर ही मिलने लगा था. रेहड़ी व फड़ी से तो गायब ही हो गया था, लेकिन अब प्याज के दामों में आ रही गिरावट से एक बार फिर प्याज रेहड़ी फड़ियों पर नजर आने लगा है.
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रादौर की अगर बात करें, तो प्याज इस वक्त 40 रुपये प्रति किलो के हिसाब से बिक रहा है. जिससे आम आदमी को कुछ राहत मिलती नजर आ रही है. सब्जी विक्रेता रवि कुमार ने बताया की इस वक्त जो प्याज मार्केट में आ रहा है वो गुजरात से आ रहा है.
उन्होंने कहा की फरवरी तक प्याज की कीमतों में और भी कमी आ सकती है. वहीं प्याज की घटी कीमतों से आम आदमी को कुछ राहत मिलती जरूर नजर आ रही है. गौरतलब है प्याज की कम कीमत से गृहणियों को काफी राहत मिली है. रसोई में अब प्याज वापस पहुंच गया है और थाली स्वाद पहले जैसा हो गया है.