यमुनानगर: नगर पालिका और फायर ब्रिगेड के नियमित और पैरोल के कर्मचारियों ने बुधवार को नगर निगम कार्यालय के सामने दूसरे दिन का क्रमिक अनशन शुरू कर दिया है. कर्मचारियों ने अपनी मांगे नहीं माने जाने के विरोध में प्रदेश सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की.
इस दौरान नगर पालिका सचिव प्रवेश ने बताया कि मंगलवार को शहरी स्थानीय निकाय विभाग के निदेशक और नगरपालिका कर्मचारी संघ के साथ वार्ता विफल हो गई. जिस वजह से कर्मचारियों ने आंदोलन को जारी रखने का ऐलान किया है.
क्या है उनकी मांगें:
नगर पालिका कर्मचारी संघ के सचिव प्रवेश ने बताया कि 25 अप्रैल से कोरोना वायरस की मौत पर 50 हजार रुपये की आर्थिक सहायता दी जाए. परिवार के सदस्य को नियमित रोजगार दिया जाए. चार हजार रुपये की मासिक जोखिम भत्ता पालिकाओं में लगे सभी तृतीय, चतुर्थ और डोर टू डोर के सफाई चालकों को दिया जाए और नियमित फायर कर्मचारियों को बिना शर्त रेसिपी और प्रमोशन लागू करना आदि मांगों को लेकर वो प्रदर्शन कर रहे हैं.
उन्होंने कहा कि सरकार उनसे वादाखिलाफी कर उनको प्रदर्शन करने के लिए मजबूर कर रही है. इसलिए 13, 14, 15 अक्टूबर को जनता के बीच जाकर सरकार की वादाखिलाफी के बारे में बताया जाएगा और 28,29 को 24 घंटे की भूख हड़ताल की जाएगी. जिसके बाद आठ नवंबर को हजारों की संख्या में कर्मचारी शहरी स्थानीय विभाग निकाय के मंत्री के निवास स्थान पर आक्रोश प्रदर्शन करेंगे.
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