यमुनानगर: लॉकडाउन के दौरान शेल्टर होम में रखे गए प्रवासी मजदूरों के सब्र का बांध लागातर टूटता नजर आ रहा है. शनिवार को रादौर में भी प्रशासन द्वारा सरकारी स्कूल में ठहराए गए 670 प्रवासी मजदूर घर जाने की जिद पर अड़ गए और जमकर हंगामा किया.
कई घंटे की मशक्कत के बाद प्रशासन द्वारा 48 घंटे में घर भेजने के आश्वाशन पर प्रवासी मजदुर शांत हुए. शेलटर होम में हंगामा कर रहे एक प्रवासी मजदूर आकाश कुमार ने बताया कि उनकी प्रशासन से एक ही मांग है कि उन्हें यहां से घर जाने दिया जाए.
वहीं इन मजदूरों ने प्रशासन द्वारा किए गए प्रबंधों पर भी सवाल उठाए ओर कहा कि यहां पर पेयजल व खाने की भी सही व्यवस्था नहीं है. इस बारे में डीएसपी कुशलपाल राणा ने कहा कि रादौर में तीन जगह प्रवासी मजदूरों को ठहराया गया है. सरकारी स्कूल में ठहराए गए प्रवासी मजदूर घर जाने की जिद पर अड़े हैं. जिसकी जानकारी उच्चाधिकारियों के समक्ष पहुंचा दी गई है, वहां से जैसे भी आदेश प्राप्त होंगे वैसा किया जाएगा.
बता दें की शुक्रवार देर शाम प्रशासन द्वारा रादौर में तीन जगह बनाए गए शेल्टर होम में 1,069 प्रवासी मजदूरों को ठहराया गया था, जहां पर इन प्रवासी मजदूरों के खाने की व्यवस्था समाजिक संस्थाओं द्वारा की जा रही है, लेकिन अब लगातार इन प्रवासी मजदूरों के सब्र का बांध टूटता नजर आ रहा है.