यमुनानगर: जगाधरी अनाज मंडी में आयोजित राष्ट्रीय सरस मेले में विभिन्न प्रदेशों से आए हुए शिल्पकार एवं दस्तकार अपनी कलाकृतियों से मेले की शोभा बढ़ा रहे हैं. हस्त शिल्पकारों द्वारा तैयार किए गए सामान को कई हजार लोग खरीद चुके हैं. 9 से 20 फरवरी तक चलने वाला ये मेला ग्रामीण विकास मंत्रालय (भारत सरकार) द्वारा आयोजित किया गया है.
शिल्पकारों ने मेले में लगाए चार चांद
हाथ की कलाकारी का हुनर लोगों तक पहुंचे इसके लिए भारत सरकार भरपूर प्रयास भी कर रही है. विभिन्न प्रदेशों से आए दस्तकार, शिल्पकार और कलाकार अपनी प्रतिभा को बखूबी दिखा रहे हैं और मेले का लुत्फ उठा रहे हैं. मेले में सुंदर-सुंदर हैंडीक्राफ्ट आइटम के स्टॉल लगाए गए हैं. साथ ही अलग-अलग व्यंजनों के स्टॉल भी इस मेले में लगाए गए हैं.
सरस मेले में मिलेगा हर तरह का व्यंजन
मेले में भेलपुरी, मक्के की रोटी, बाजरे की रोटी, कुल्लड़ की चाय के साथ और भी कई प्रकार के व्यंजनों के स्टॉल इस मेले में लगाए गए हैं, लेकिन यहां पहुंचने वाले लोगों के लिए व्यंजनों का जो स्टॉल सबसे ज्यादा आकर्षक कर रहा है वो है 'मशरूम की जलेबी'.
ये भी पढ़ें- अवैध वसूली करते गुरुग्राम ट्रैफिक पुलिस कर्मियों का वीडियो वायरल!
क्यों अनोखी है ये 'मशरूम की जलेबी'
जींद से आई सुनीता मशरूम के कई तरह के व्यंजन बना कर अपनी आजीविका कमा रही है और अपने पैरों पर खड़ी है. सुनीता का कहना है कि वो और उसका परिवार किसान परिवार से संबंध रखते हैं और मशरूम की खेती करते हैं. उन्होंने बताया कि वो मशरूम से 76 प्रकार के प्रोडक्ट बनाती हैं और 15 तरह की नमकीन और बिस्किट भी बनाए जाते हैं.
इसकी एक और खासियत ये है कि ये व्यंजन शुद्ध देसी घी से बनाए जाते हैं. सुनीता ने बताया कि ये हुनर उसने किसी से सीखा नहीं है. इस हुनर के लिए उनको कई अवॉर्ड भी मिल चुके हैं. सुनीता ने बताया कि हरियाण के साथ-साथ वो 17 अन्य प्रदेशों में भी इस जलेबी का स्वाद लोगों को चखा चुकी हैं.