चंडीगढ़: हरियाणा के विभिन्न जिलों में सरकारी कर्मचारियों ने पुरानी पेंशन बहाल करने, कच्ची नौकरी पक्की करने, पुरानी एक्सग्रेशिया नीति को बिना शर्त लागू करने की मांग को लेकर प्रदेश सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया. विभिन्न जिलों में कर्मचारियों ने सीएम मनोहर लाल के नाम ज्ञापन भी दिया. साथ ही साथ कर्मचारियों ने जल्द से जल्द उनकी मांगें पूरी करने की अपील की है.
यमुनानागर में सरकार के खिलाफ प्रदर्शन: यमुनानगर में बिजली कर्मचारियों ने हरियाणा कर्मचारी महासंघ के बैनर तले उपायुक्त के माध्यम से मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा. सभी कर्मचारी कन्हैया साहिब चौक पर इकट्ठा हुए और उपायुक्त कार्यालय तक रोष मार्च प्रदर्शन करते हुए जिला लघु सचिवालय पहुंचे. इस दौरान बिजली कर्मचारियों ने बीजेपी सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और जगाधरी एसडीएम अशोक कुमार को मुख्यमंत्री मनोहर लाल के नाम ज्ञापन सौंपा. (Haryana Employees Federation protest)
हरियाणा कर्मचारी महासंघ के जिला प्रधान अशोक शर्मा ने कहा कि हरियाणा सरकार कर्मचारियों के हितों के विषय में सकारात्मक नहीं है. कर्मचारियों के साथ सबसे बड़ा अन्याय यह है कि जो 2006 से बाद के कर्मचारी है उनको नई पेंशन स्कीम में शामिल किया गया जबकि कर्मचारी नई पेंशन स्कीम का बहिष्कार करते हैं. पड़ोसी राज्य पंजाब ने कर्मचारियों की पुरानी पेंशन बहाल कर दी है, लेकिन हरियाणा सरकार अब भी कर्मचारियों की पुरानी पेंशन बहाली के लिए तैयार नहीं है, जिससे कर्मचारियों में भारी रोष है. (protest against government in yamunanagar)
हरियाणा में पुरानी पेंशन बहाली की मांग: कर्मचारी हित में हमारी अन्य मांगे जैसे हरियाणा रोजगार कौशल निगम को बंद करके सभी कर्मचारियों को बिना शर्त पक्का किया जाए व जब तक इनको पक्का नहीं किया जाता तब तक सर्वोच्च न्यायालय के फैसले के अनुसार इनको समान काम समान वेतन दिया जाए. सभी विभागों के निजीकरण पर रोक लगाई जाए. कर्मचारियों को पूर्ण कैशलेस मेडिकल सुविधा दी जाए. पुरानी एक्सग्रेशिया नीति को बिना शर्त लागू किया जाए. (old pension demand in haryana)
क्या है कर्मचारियों की मांगें: अगर सरकार द्वारा कर्मचारियों के इन जायज मांगों को पूरा नहीं किया जाता तो प्रदेश स्तरीय कन्वेंशन करके आगामी बड़े आंदोलन की घोषणा की जाएगी. इस दौरान प्रदेश में किसी भी प्रकार की शांति व्यवस्था भंग होती है तो इसकी जिम्मेदारी सरकार की होगी. इनकी मुख्य मांगें हैं कि कच्चे रोजगार को खत्म किया जाए. कच्चे कर्मचारियों को पक्का किया जाए और पुरानी पेंशन स्कीम को बहाल किया जाए.
फरीदाबाद में सरकार के खिलाफ हल्ला-बोल: आज हरियाणा कर्मचारी महासंघ के बैनरतले कर्मचारियों ने इकट्ठा होकर लघु सचिवालय सेक्टर-12 पर अपना जोरदार विरोध प्रदर्शन किया. पहले कर्मचारी एक्साइज एन्ड टेक्सेशन डिपार्टमेंट दफ्तर पर इकट्ठा हुए फिर जिला उपायुक्त कार्यालय पहुंचे और सीटीएम अमित मान को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन भी सौंपा. वहीं, प्रदेश महासचिव कर्मचारी महासंघ के सुनील खटाना ने कहा कि कर्मचारियों की ओर से नई पेंशन को बंद करके पुरानी पेंशम को चालू करने, कच्चे कर्मचारियों को पक्का करने, हरियाणा कौशल रोजगार निगम को बंद करने, कच्चे कर्मचारियों को समान काम के बदले समान वेतनमान देने, पुरानी एक्सग्रेशिया की पॉलिसी लागू करने, सभी कच्चे व पक्के कर्मचारियों को फ्री मेडिकल कैशलेस सुविधा देने आदि अनेकों डीमांडों को लेकर आज हरियाणा कर्मचारी महासंघ ने जबरदस्त विरोध करते हुए सरकार के खिलाफ अपना प्रदर्शन किया.
भिवानी में भी सरकार के खिलाफ कर्मचारियों का प्रदर्शन: पुरानी पेंशन बहाली सहित अन्य मांगों को लेकर हरियाणा कर्मचारी महासंघ से जुड़ी सभी विभागीय यूनियनों ने प्रदर्शन किया. इसी कड़ी में हरियाणा कर्मचारी महासंघ के बैनर तले सभी विभागों के कर्मचारियों ने एकत्रित होकर भिवानी के हुडा पार्क से उपायुक्त कार्यालय तक प्रदर्शन किया और उपायुक्त के माध्यम से मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा. प्रदर्शन की अध्यक्षता जिला प्रधान ओमबीर राणा ने किया. इस मौके पर कर्मचारी नेता ने कहा कि केन्द्र सरकार द्वारा वर्ष 2004 और प्रदेश सरकार द्वारा वर्ष 2006 में कर्मचारियों की पेंशन यह तर्क देकर बंद की थी कि कर्मचारियों को पेंशन देने से सरकार के खजाने पर आर्थिक बोझ पड़ता है. इसलिए सरकार नई पेंशन नीति लागू कर रही हैं, जिससे कर्मचारियों को सेवानिवृत्त पर बहुत पैसा मिलेगा और अच्छी पेंशन भी मिलेगी कर दी थी, लेकिन सरकार के ये दावे पूरी तरह से हवा हो गए.
ये भी पढ़ें: रोहतक शुगर मिल में किसानों का प्रदर्शन जारी, सरकार को दी आंदोलन की चेतावनी