यमुनानगर: अपनी लंबित मांगों को लेकर गेस्ट टीचर्स ने शनिवार को शिक्षा मंत्री कंवरपाल गुर्जर के आवास के बाहर धरना प्रदर्शन (Guest teachers protest in Yamunanagar) किया. जिले से बाहर कार्यक्रमों में व्यस्त मंत्री जब अपने निवास पर पहुंचे तो गेस्ट टीचर्स का प्रतिनिधि मंडल प्रशासन के साथ शिक्षा मंत्री से बात करने पहुंचा. जिसके बाद कंवरपाल गुर्जर ने गेस्ट टीचर्स को आश्वासन देते हुए मंगलवार का समय (Kanwarpal Gurjar on guest teachers protest) दिया है.
हालांकि शिक्षा मंत्री के आश्वासन के बाद भी गेस्ट टीचर्स वहीं ठंड में धरने पर बैठे रहे और बीच सड़क पर बिस्तर डालकर पुलिस के पहरे के बीच सो गए. इस दौरान गेस्ट टीचर्स ने कहा कि हमें पहले भी बहुत सारे आश्वासन मिल चुके हैं अब हम अपना धरना स्थगित नहीं करेंगे. गेस्ट टीचर्स ने कहा कि यदि प्रशासन यहां धरना नहीं देने देगा तो कहीं और धरना दिया जाएगा. साथ ही अपने सभी साथियों के साथ मिलकर आगे की रणनीति तय की जायेगी.
वहीं शिक्षामंत्री कंवरपाल गुर्जर ने बताया कि (Kanwarpal Gurjar on guest teachers protest) अभी कुछ दिन पहले मैंने गेस्ट टीचर्स के डेलिगेशन की मुख्यमंत्री से बात करवाई थी. उसमें गेस्ट टीचर्स के सर्विस रूल बनाने के लिए इनको कैशलैस मेडिकल भत्ता देने को लेकर बात हुई थी. साथ ही सर्विस रूल बनाकर फाइल मुख्यमंत्री के पास पहुंच चुकी है. शिक्षा मंत्री ने कहा कि जहां तक मेडिकल और ग्रुप इंश्योरेंस की बात है उस पर 10 दिन के अंदर फाइल भेजने का आश्वासन दिया है. साथ ही बेसिक सैलरी की बात पर कंवरपाल गुर्जर ने कहा कि उसमें एक दुविधा थी कि हम कर सकते हैं या नहीं कर सकते, अभी इनका एक डेलिगेशन मुझे मिला था उन्होंने कहा कि मूल वेतन उसके बराबर दिया जा सकता है . जिसमें नियम बदलने की जरूरत नहीं है लेकिन जो अधिकारी हैं वह नियम बदलने की बात कह रहे हैं . मंगलवार को उन्हें बुलाया गया है, अगर हम चेंज कर सकते हैं तो हमारा प्रयास रहेगा कि हम उनको चेंज कर दें.
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वहीं शिक्षा मंत्री के आश्वासन के बाद गेस्ट टीचर यूनियन की प्रदेश अध्यक्ष मैना यादव ने कहा कि आश्वासन तो सरकार पहले से देती आ रही है. इसमें चाहे मुख्यमंत्री हो या शिक्षा मंत्री हो वह कहते हैं कि हो जाएगा. लेकिन अधिकारियों के पास जाते हैं तो हमारी कोई सुनवाई नहीं होती है. मैना यादव ने कहा कि एक टेबल टॉक और एक पब्लिक के सामने हम माने इसलिए शिक्षा मंत्री को अपने गेस्ट टीचर के बीच लेकर आए है. शिक्षा मंत्री के आश्वासन पर मैना यादव ने कहा कि हमें नहीं लगता कि मंगलवार को भी हमारा काम हो पाएगा.
मैना यादव ने कहा कि 14 हजार परिवार है और हम एक नियमित अध्यापक की तरह पढ़ा रहे हैं. लेकिन हमें कुछ नहीं मिल रहा. पहले 2014 से 2019 तक शिक्षा मंत्री रामविलास शर्मा ने भी पहली कलम से पक्का करने की बात की थी और अब 2024 आने वाली आप देख रहे हो हम सड़कों पर बैठे हैं. अब देखना होगा कि मंगलवार को गेस्ट टीचर्स की सरकार से बातचीत में क्या सहमति बन पाती है या इसी तरीके से इनके धरने प्रदर्शन चलते रहेंगे.
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