यमुनानगर: हिमाचल प्रदेश की सीमा से सटी रंजीतपुर अनाज मंडी में रविवार दोपहर को भीषण आग लग गई. आग की चपेट में आने से खरीदा गया किसानों का कई सौ क्विंटल गेहूं जलकर राख हो गया. साथ ही 4 बाइक, एक स्कूटी और दस्तावेज समेत अन्य सामान भी जल गया. वहीं आढ़तियों के दस्तावेज बचाने के चलते चार मुंशी भी झुलस गए. जिन्हें उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती करवाया गया है.
यमुनानगर की रंजीतपुर अनाज मंडी हिमाचल प्रदेश की सीमा के साथ सटी हुई है. यहां से हिमाचल प्रदेश करीब 10 किलोमीटर दूर है और हिमाचल के किसान भी यहां पर अपनी फसल लेकर पहुंचते हैं. इन दिनों गेहूं की फसल की खरीद जारी है.
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वहीं रविवार को अज्ञात कारणों के चलते अचानक मंडी में आग लग गई. आग लगने की सूचना तुरंत दमकल विभाग को दी गई. जिस पर बिलासपुर और जिला मुख्यालय से दमकल की टीमें मौके पर पहुंची.
मंडी तक पहुंचने में दमकल विभाग की गाड़ियों को करीब 45 मिनट लग गए. जिसकी वजह से आग तब तक पूरा प्रचंड रूप धारण कर चुकी थी और देखते ही देखते कई सौ क्विंटल गेहूं की फसल जलकर राख हो गई. वहीं मंडी परिसर में अफरा-तफरी मच गई.
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सीजन के चलते मंडी में कई वाहन भी खड़े थे जिनमें से 4 बाइक और एक स्कूटी भी आग की चपेट में आने से स्वाहा हो गई. वहीं आढ़तियों के दस्तावेज बचाने के चक्कर में 4 मुंशी भी इसकी चपेट में आकर झुलस गए. जिन्हें आनन-फानन में अस्पताल में भर्ती करवाया गया जहां फिलहाल उनकी हालत स्थिर बताई जा रही है.
आग की वजह से रंजीतपुर अनाज मंडी में काफी नुकसान हो गया है. बता दें कि, कई दिनों से आढ़ती और किसान रंजीतपुर अनाज मंडी में दमकल की गाड़ी तैनात करने की मांग कर रहे थे, लेकिन उनकी मांग पर कोई सुनवाई नहीं हुई जिसके चलते आज ये बड़ा हादसा हो गया.
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