यमुनानगर: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जन्मदिन (PM Modi birthday) पर हरियाणा के यमुनानगर जिले में शुक्रवार को संयुक्त किसान मोर्चा ने प्रदेश सरकार और केंद्र सरकार के खिलाफ प्रदर्शन (yamunanagar farmers protest) कर जिला उपायुक्त को अपनी मांगों का ज्ञापन सौंपा. उन्होंने धान की खरीद में हरियाणा में सरकार द्वारा लेटलतीफी करने पर आक्रोश व्यक्त किया. साथ ही किसानों ने नारायणगढ़ स्थित शहजादपुर शुगर मिल के बंद होने पर वहां का गन्ना यमुनानगर के शुगर मिल में न भेजने की मांग रखी.
बता दें कि, एक तरफ किसान तीन कृषि कानूनों को रद्द करवाने के लिए दिल्ली के बॉर्डर्स पर आंदोलनरत हैं तो वहीं अब हरियाणा में सरकार द्वारा धान की खरीद में लेटलतीफी को लेकर भी किसान नाराज हैं. किसानों का कहना है कि सरकार आंदोलन की आड़ में किसानों को मारने का काम कर रही है, लेकिन सरकार ये जान ले कि किसान की एक आंख जहां दिल्ली की तरफ है तो दूसरी आंख अपने खेत और फसल की तरफ भी है. किसानों ने खासतौर पर आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जन्मदिन पर प्रदर्शन किया.
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किसानों ने कहा कि किसान विरोधी ये सरकार किसानी को खत्म करने के लिए जुटी हुई है, लेकिन किसान ऐसा नहीं होने देंगे. उन्होंने बताया कि वहीं सरकार नारायणगढ़ में शुगर मिल बंद कर रही है जिससे वहां के किसानों को तो नुकसान होगा ही, लेकिन साथ ही वहां का गन्ना यमुनानगर और अन्य मिलों में भेजने का फैसला लिया जा रहा है. ऐसे में यमुनानगर के किसान अपना गन्ना कहां लेकर जाएंगे.
वहीं पिछले साल भी किसानों ने धान की खरीद में लेटलतीफी होने के बाद जिला सचिवालय में धान की ट्राली झाड़ दी थी. उन्होंने चेतावनी दी कि इस बार ऐसा हाल ना हो. आज प्रधानमंत्री का जन्मदिन भी है और वे पुतला फूंक कर इसलिए प्रदर्शन कर रहे हैं क्योंकि किसानों को आंदोलन करते हुए 10 महीने से ज्यादा का समय हो चुका है, लेकिन प्रधानमंत्री ने एक कॉल दूर का जुमला छोड़कर आज तक किसानों के साथ कोई बातचीत नहीं की.
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