यमुनानगर: नए कृषि कानूनों के विरोध में बीते 27 नवंबर से किसानों का आंदोलन जारी है. वहीं किसानों ने बीजेपी नेताओं को कोई भी कार्यक्रम ना करने की चेतावनी दे दी है. जहां निकाय चुनाव के दौरान अंबाला में प्रचार करने पहुंचे मुख्यमंत्री मनोहर लाल को विरोध का सामने आया था और उसके बाद यमुनानगर के छछरौली में शिक्षा मंत्री के कार्यक्रम का किसानों ने विरोध किया था तो वहीं बुधवार को यमुनानगर के खालसा कॉलेज में शिक्षा मंत्री के कार्यक्रम का किसानों ने विरोध किया.
किसानों ने कॉलेज की घेराबंदी की जिसे देखते हुए मौके पर भारी पुलिस बल तैनात किया गया, लेकिन शिक्षा मंत्री ने कॉलेज में आना सही नहीं समझा और अपना कार्यक्रम रद्द कर दिया. वहीं प्रदर्शन कर रहे किसानों ने कहा कि वो लगातार इसी तरह बीजेपी के कार्यक्रमों का विरोध करते रहेंगे और जब तक सरकार कृषि कानून वापस नहीं लेती वो अपना आंदोलन जारी रखेंगे.
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किसान 2 बार कर चुके हैं शिक्षा मंत्री के आवास का घेराव
बता दें कि नए कृषि कानूनों के विरोध में किसान इससे पहले भी शिक्षा मंत्री के आवास का दो बार घेराव कर चुके हैं और किसान बार-बार कह रहे हैं कि शिक्षा मंत्री खुद एक किसान पुत्र होते हुए भी किसानों का देने लेने को तैयार नहीं हैं.