यमुनानगर: एक तरफ कोरोना वायरस की मार तो दूसरी तरफ मौसम की बेरुखी ने आम की पैदावार को बहुत नुकसान पहुंचाया है. हरियाणा के यमुनानगर जिले में आम की सबसे अधिक पैदावार होती है. लेकिन मौसम की मार फलों के राजा आम पर भारी पड़ गई है. बरसात, आंधी और तूफान से कारण आम के बागों में 60 से 70 फीसदी नुकसान पहुंचा है.
जगाधरी में आम के बागवानी करने वाले हाजी मोहम्मद अफजाल ने बताया कि 60 से 70 फीसदी तक आम का नुकसान हुआ है. उन्होंने बताया कि मौसम की मार से आम पकने से पहले ही गिर गया है. अफजाल ने बताया कि वो ठेके पर आम की खेती करते हैं. दो साल की मेहनत पर पानी फिर गया है. उनका लाखों रुपये का नुकसान हुआ है.
उन्होंने बताया कि उन्होंने 12 लाख रुपये में 14 एकड़ का बाग ठेके पर लिया है. उनका बहुत नुकसान हुआ है. उन्होंने सरकार से मदद की गुहार लगाई है.
बाग के मालिक बलजीत शर्मा ने बताया कि उनका बाग 14 एकड़ में है और 65 फीसदी आम गिर गया है. 30 फीसदी ही अब आम बचे हैं. उन्होंने कहा कि इस तरह की मौसम की बेरुखी उन्होंने पिछले 50 सालों में नहीं देखी है. उन्होंने कहा कि अभी भी मौसम का कोई भरोसा नहीं है अगर दोबारा से मौसम खराब हुआ तो और भी नुकसान हो सकता है.
इस मामले में जिला उद्यान अधिकारी डॉ. रमेश पाल सैनी ने बताया कि जिले में सबसे ज्यादा आम की फसल प्रभावित हुई है. 5600 हेक्टेयर के लगभग आम का रकबा है. तेज तूफान आने के कारण 40 फीसदी छोटा आम गिर गया है.
ऐसे में अब देखना होगा कि एक तरफ करोना महामारी का डर और दूसरी तरफ आसमानी आफत से हुए नुकसान के बाद क्या सरकार इन लोगों को कुछ मदद दे पाती है.
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