पानीपत/फतेहाबाद: हरियाणा में मंगलवार रात से ही कई जिलों में मौसम में बदलाव शुरू हो गया था. पश्चिमी विक्षोभ का असर प्रदेश के कई जिलों में दिख रहा था. अब बादल छाने के साथ ही कई जिलों में आज हल्की से तेज बारिश देखी गई. वहीं कई जिलों में तो ओलावृष्टि भी हुई है. मंगलवार रात से ही हरियाणा में बारिश का दौर शुरू हुआ था, जो अभी भी देखने को मिल रहा है.
बारिश होने से पानीपत में ठंड ने दोबारा दस्तक दे दी है. शाम ढलते ही जिले में झमाझम बरसात शुरू हुई, थोड़ी ही देर में ओलावृष्टि भी देखने को मिली. बीते कईं दिनों से सर्दी में भी लोगों को गर्मी का अहसास होने लगा था. अब मौसम में बदलाव से लोगों को एक बार फिर से ठंड का अहसास होने लगा है.
फसलों को पहुंचा भारी नुकसान : ओलावृष्टि और तेज हवाओं के साथ हुई झमाझम बारिश ने एक बार फिर से लोगों को गर्म कपड़े वापिस पहनने को मजबूर कर दिया. हालांकि इन ओलावृष्टि से गेहूं, सरसों व सब्जी की फसलों को भारी नुकसान पहुंचेगा, क्योंकि गेहूं और सरसों की फसलें खेतों में लगभग पकने को तैयार होकर खड़ी हुई हैं. ऐसे में एक बार फिर से अन्नदाता के सामने बड़ा संकट खड़ा हो गया है.
फतेहाबाद में सड़कों पर बिछी सफेद चादर : इसी तरह फतेहाबाद जिले के टोहाना में भी शाम को तेज हवाओं के साथ बारिश और ओलावृष्टि देखी गई. ओलावृष्टि से शहर की सड़कों पर सफेद चादर बिछ गई. मौसम में ठंडक महसूस की गई. इधर, बारिश और तेज हवा के बीच ओलावृष्टि से रबी की फसलों को नुकसान पहुंचा है. सबसे ज्यादा सरसों की फसल तबाह हुई है और गेहूं की पौधों को भी नुकसान पहुंचा है. सब्जियों में आलू, मेथी, गोभी और टमाटर की फसल बर्बाद हो गई है.
दिन का तापमान भी गिरा : पश्चिमी विक्षोभ के कारण हरियाणा समेत उत्तर भारत में मौसम फिर से बदल गया है. फतेहाबाद में पूरा दिन बादल छाए रहे. 30 से 40 किमी प्रतिघंटे की गति से हवाएं चलती रहीं. इससे दिन का तापमान 6.7 डिग्री तक गिर गया है. इसके अलावा, फतेहाबाद टोहाना में आज ओलावृष्टि भी हुई.