यमुनानगरः जिले के कई गांवों में आज भी बरसात के गंदे पानी की निकासी की कोई व्यवस्था नहीं है. जिसके कारण गांवों की गलियों में गंदा पानी जमा (water logging in yamunanagar) हो जाता है. जिले के गांव पंजेटा की गलियों में भी बरसात के कारण गंदा पानी जमा हो गया है. गंदे पानी की निकासी (dirty water problem in yamunanagar) नहीं हो रही है. जिसके चलते गांव की गलियां पानी से भरी पड़ी हैं. गलियों में पानी की समस्या के कारण ग्रामीणों ने प्रशासन के खिलाफ विरोध कर रोड जाम कर दिया.
विरोध कर रहे ग्रामीण एनएच 354 पर धरने पर बैठ गए और प्रशासन के विरोध में (villager protest in yamunanagar) नारेबाजी की. ग्रामीणों ने कहा कि गंदे पानी की समस्या के कारण मक्खी-मच्छर पनप रहे हैं. ग्रामीणों ने प्रशासन से मांग है कि नालियों से निकलने वाले गंदे पानी का स्थाई समाधान किया जाए. ग्रामीणों का कहना है कि बरसात के गंदा पानी की निकासी न होने के कारण पानी सड़कों पर जमा हो जाता है. कई बार तो पानी घर तक पहुंच जाता है.
सड़कों पर पानी खड़ा होने के कारण लोगों का जीना दूभर हो गया है. कई बार प्रशासन से लोग पानी की निकासी की गुहार लगाई लेकिन उनकी किसी ने नहीं सुनी. जिसके कारण ग्रामीणों के सब्र का बांध टूटा गया. ग्रामीण सड़क पर बैठ कर विरोध (Road jam in yamunanagar) प्रदर्शन करने लगे गये. जिसके कारण सड़क पर लंबा जाम लग गया. विरोध कर रहे गांववालों ने ना सिर्फ प्रशासन को कोसा बल्कि बीजेपी के खिलाफ भी (protest against bjp in yamunanagar) जमकर भड़ास निकाली. ग्रामीणों ने बताया कि पिछले 6 महीने से हालात ऐसे ही हैं.
कई बार समस्या को लेकर वो कैबिनेट मंत्री कंवरपाल गुर्जर से भी मिले लेकिन कोई समाधान अभी तक नहीं हुआ. सीएम विडों पर भी शिकायत की गई लेकिन समस्या ज्यों की त्यों है. ग्रामीण के रोड जाम करने की सूचना मिलते ही डीएसपी प्रमोद कुमार सहित कई पुलिसकर्मी पंजेटा गांव पहुंचे. डीएसपी ने ग्रामीणों को समस्या के समाधान का आश्वासन दिया है.