यमुनानगर: हरियाणा सरकार भ्रष्टाचार पर लगाम लगाने के लिये विभिन्न विभागों को ऑनलाइन कर रही है. इसी कड़ी में खाद्य आपूर्ति विभाग अब डिपो होल्डर के माध्यम से उपभोक्ता को दिए जाने वाले राशन की पेमेंट नकद न लेकर कैशलेश करने वाली है, जिसकी शुरुआत भी कर दी गई है.
राशन कार्ड धारक का खाता डिपो होल्डर से किया जाएगा लिंक
इस कैशलेस योजना के तहत जिस राशन कार्ड धारक को सस्ते अनाज की सरकारी डिपो से अनाज मिलता है उसका बैंक खाता गांव के डिपो होल्डर के खाते से लिंक किया जाएगा. जैसे ही राशन कार्ड धारक डिपो से जो भी सामान लेगा उतनी ही राशि बैंक खाते से कटकर सीधे डिपो होल्डर के बैंक खाते में चली जाएगी. अभी तक लोगों को राशन के बदले नकद भुगतान करना पड़ता है.
कैशलेस सुविधा से सरकार और लोगों को होगा फायदा
अब डिपो को कैशलेस करने का सबसे ज्यादा फायदा राशन लेने वाले लोगों और सरकार को होगा. ग्रामीण क्षेत्र के ज्यादातर लोगों को यह जानकारी नहीं होती थी कि उन्हें जो सम्मान दिया जाता है उसकी कितनी कीमत निर्धारित की गई है. इसका फायदा उठाकर डिपो होल्डर लोगों से हर बार अलग-अलग राशि ले लेते थे. कई बार तो कम राशन देकर राशि ज्यादा राशि ले ली जाती थी. अब जितना राशन दिया जायेगा उतनी ही पैसे बैंक से कटेंगे.
डिपो होल्डरों ने योजना का किया स्वागत
रादौर में सरकार की इस योजना का डिपो होल्डरों ने भी स्वागत किया है. रादौर के एक डिपो होल्डर रामकुमार गुप्ता ने कहा की कैशलेस करने की योजना बहुत अच्छी है. अब ग्राहक के खाते से पैसे कट कर सीधे डिपो होल्डर के बैंक खाते में चले जाएंगे.
उपभोक्ताओं को जानकारी जमा करने के दिये गये निर्देश
वहीं सहायक खाद्य आपूर्ति विभाग के निरीक्षक रोशन लाल का कहना है कि डिपो होल्डर को कैशलेस करने के लिए कहा गया है. जिसके लिए सभी उपभोक्ता अपने अपने डिपो होल्डर के पास अपना बैंक खाता, राशन कार्ड की कॉपी और मोबाइल नंबर जमा करा दें. उन्होंने कहा की इस योजना से दिए जाने वाले राशन में पारदर्शिता आएगी.