यमुनानगर: जिले के ग्रामीण इलाकों में इस बार डेंगू ने काफी लोगों को प्रभावित किया है. यमुनानगर जिले में डेंगू (Dengue in Yamunanagar District) के कुल 401 मामले स्वास्थ्य विभाग के पास दर्ज हुए हैं, वहीं चिकनगुनिया के तीन, जापानी बुखार का एक मामला स्वास्थ्य विभाग की नजर में आया है. डेंगू से अभी तक एक मौत की पुष्टि स्वास्थ्य विभाग ने की है. यमुनानगर के ग्रामीण इलाकों में डेंगू का कहर सबसे ज्यादा दिखाई दे रहा है.
ग्रामीण इलाकों में 301 मरीज डेंगू के सामने आए हैं. यमुनानगर निजी अस्पतालों में भारी संख्या में मरीज दाखिल हो रहे हैं. उनके प्लेटलेट्स कम हो रहे हैं, शरीर में चकत्ते पड़ रहे हैं, हड्डी तोड़ बुखार हो रहा है. वहीं सरकारी अस्पताल में स्वास्थ्य विभाग ने डेंगू का अलग से वार्ड भी बनाया है. जहां काफी संख्या में डेंगू से प्रभावित मरीज दाखिल हैं. यमुनानगर की डिप्टी सीएमओ डॉ सुशीला सैनी ने बताया कि जहां-जहां डेंगू के मामले सामने आते हैं वहां फॉकिंग करवाई जाती है.
शहर के इलाके में जहां नगर निगम के कर्मचारी स्वास्थ्य विभाग से दवाई लेकर फॉकिंग करते हैं, वही ग्रामीण इलाकों में ब्लॉक विकास अधिकारी द्वारा अलग-अलग इलाकों में ड्यूटी लगाई गई है. उन्होंने बताया कि विभाग द्वारा समय-समय पर घर घर जाकर भी सैंपल लिए जाते हैं. स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने अपील की है कि वह डेंगू से बचाव के लिए पूरे कपड़े पहनें. अगर कोई मरीज इससे संबंधित प्रभावित नजर आता है तो बाकी सदस्यों का उससे बचाव रखें.
यमुनानगर जिले में पिछले साल के मुकाबले इस बार डेंगू के अधिक मामले सामने आ रहे हैं. हालांकि स्वास्थ्य विभाग ने अभी तक 401 मामले दर्ज होने की पुष्टि की है लेकिन ऐसे मामले भारी संख्या में सामने आ रहे हैं, जिन्हें स्वास्थ्य विभाग को लोगों ने दर्ज नहीं करवाया है. ऐसे मामलों की संख्या दर्ज मामलों से कहीं अधिक है. मामले जैसे जैसे बढ़ रहे हैं वैसे वैसे स्वास्थ्य विभाग की मुश्किलें भी बढ़ती नजर आ रही है. इसीलिए विभाग द्वारा लोगों को सलाह दी गई है कि वह अपने घरों पर हर संडे को ड्राई डे मनाएं. घर में व आसपास कहीं भी पानी ना खड़ा होने दें. इसी से डेंगू के कहर से बचा जा सकता है.