यमुनानगर: प्रदेश के बिजली मंत्री बेशक उपभोक्ताओं को बेहतर सेवाएं दिए जाने के दावे करते हों, लेकिन ऐसा लगता है कि रादौर का बिजली निगम मंत्री के इन दावों से कोई मतलब नहीं रखता है. सोमवार को जब निगम कार्यालय में उपभोक्ता अपना बिजली बिल भरने गए तो, उन्हें कार्यालय में बिजली न होने का हवाला देकर कई घंटें भीषण गर्मी में खड़े होकर एंतजार करना पड़ा. जब इसकी सूचना मीडिया को लगी तो निगम द्वारा आनन-फानन में ऑफलाइन और अन्य तरीकों से बिल लिया जाने लगा.
दरअसल, सोमवार को जब उपभोक्ता रादौर बिजली निगम कार्यालय में अपना बिल भरने के लिए पंहुचे, तो उन्हें कार्यालय में बिजली न होने का हवाला दिया गया. उपभोक्ताओं का आरोप था कि निगम द्वारा कार्यालय के बाहर ऐसी कोई सूचना नहीं जारी की गई, जिससे उपभोक्ताओं को कई घंटों तक इस भीषण गर्मी के बीच परेशानी उठानी पड़ी. उन्होंने कहा कि कई उपभोक्ता तो कई घंटे की प्रतीक्षा के बाद वापस लौट गए.
जब मीडिया टीम निगम कार्यालय पंहुची तो यहां पर कई ऐसे कर्मचारी नजर आए जो बिना फेस मास्क के कार्यालय में कार्य कर रहे थे, लेकिन कैमरा चलते ही अपना मुंह ढ़कते नजर आए. इस बारे जब हमारी टीम ने बिजली निगम रादौर के एसडीओ शमशेर सिंह से बात की तो उन्होंने कहा कि बिजली प्रसारण निगम द्वारा परमिट लिए जाने के कारण बिजली का कट लगाया गया है, उन्होंने कहा कि ऑफलाइन बिल लिए जा रहे हैं.
बिना फेस मास्क के काम कर रहे कर्मचारियों बारे पूछे सवाल पर उन्होंने कहा की कार्यालय में बिना मास्क के किसी भी कर्मचारी को काम नहीं करने बारे पहले ही निर्देश दिए गए है, लेकिन अब फिर उन्हें इस बारे सख्त आदेश दिए जाएंगे.
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