यमुनानगर: हरियाणा के शिक्षा मंत्री के गृह जिले यमुनानगर में सीएम फ्लाइंग टीम ने कई दुकानों पर छापेमारी की. इस दौरान टीम ने दुकानदारों को अभिभावकों को बिना एनसीईआरटी की स्वीकृति वाली विभिन्न कक्षाओं की किताबें मनमाने दामों पर बेचते हुए पकड़ा. दुकानदार इन किताबों की खरीद का बिल भी नहीं दे रहे थे. इस पर टीम ने दुकानों से कई तरह के दस्तावेज एवं रफ बिल जांच के लिए कब्जे में लिए हैं.
यमुनानगर में सैकड़ों की संख्या में स्कूल है, जहां स्कूलों द्वारा विद्यार्थियों को जबरदस्ती किताबें मुहैया कराई जा रही हैं. वहीं कई स्कूल प्रबंधकों द्वारा किताबों के लिए दुकानें निर्धारित की गई हैं, जहां से अभिभावकों को निर्धारित राशि से कई गुना अधिक राशि देकर वह किताबें लेनी पड़ती है. इन किताबों का कोई पक्का बिल भी नहीं दिया जाता है. इसी तरह की शिकायतें अभिभावक संघ द्वारा पिछले दिनों की गई थी.
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जिसके बाद आज सीएम फ्लाइंग टीम यमुनानगर ने शहर के अलग-अलग इलाकों में अचानक दबिश दी. टीम ने दुकानदारों से बेची गई पुस्तकों के बिल मांगे लेकिन दुकानदारों के पास कोई बिल मौजूद नहीं था. वहीं मौके पर कुछ अभिभावकों ने किताबों के बदले दिये गए बिल दिखाएं जो कच्चे बिल थे. जिन्हें टीम ने कब्जे में ले लिया. टीम के अधिकारियों का कहना है कि यहां एनसीआरटी की स्वीकृति के बिना ही अलग प्रकाशन वाली किताबें बेची जा रही थी और कोई बिल नहीं दिया जा रहा था.
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शिक्षा विभाग के अधिकारी शिव धीमान ने बताया कि यमुनानगर स्कूल संचालक अभिभावकों को उन दुकानदारों के पास किताबें लेने के लिए भेजते हैं जहां से उन्हें मोटा कमीशन मिलता है. इसी के चलते अभिभावक शिकायतें भेज रहे थे. जिसके बाद आज यमुनानगर सीएम फ्लाइंग टीम ने किताबों की दुकान पर छापा मारा. इस दौरान टीम ने दुकानदारों से रिकॉर्ड व बिल कब्जे में लिए हैं. टीम इनकी जांच करेगी और उसके बाद दोषी पाए गए दुकानदारों के खिलाफ नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी.