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यमुनानगर में प्लाई बोर्ड फैक्ट्रियों में अवैध रूप से इस्तेमाल हो रहा यूरिया, सीएम फ्लाइंग की रेड

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Published : Sep 25, 2020, 4:59 PM IST

यमुनानगर में प्लाई बोर्ड निर्माण करने वाली फैक्ट्रियों पर सीएम फ्लाइंग ने रेड की, लेकिन लोकल अधिकारियों की मदद नहीं मिलने के चलते उन पर त्वरित कार्रवाई नहीं हो पाई.

cm flying raid in ply board factories for illegal urea use in yamunanagar
प्लाई बोर्ड फैक्ट्रियों में अवैध रूप से यूरिया इस्तेमाल को लेकर सीएम फ्लाइंग ने की रेड

यमुनानगर: जिले में इन दिनों खेतों में इस्तेमाल होने वाली यूरिया खाद का अवैध रूप से प्लाई बोर्ड फैक्ट्रियों में धड़ल्ले से इस्तेमाल हो रहा है. जिसको लेकर गुरुवार की शाम सीएम फ्लाइंग ने इन फैक्ट्रियों में रेड कर दी, लेकिन लोकल अधिकारियों का साथ नहीं मिलने के चलते अवैध रूप से यूरिया का इस्तेमाल करने वाली कंपनियों का बचाव हो गया. अब सीएम फ्लाइंग अधिकारी सहयोग नहीं देने वाले लोकल अधिकारियों पर कार्रवाई की बात कह रहे हैं.

दरअसल यमुनानगर में प्लाई बोर्ड का काम बड़ी मात्रा में होता है और जिले में लगभग 2000 के करीब प्लाई बोर्ड फैक्ट्री हैं. इन फैक्ट्रियों में बनने वाली प्लाई को ग्लू से जोड़ा जाता है और ये ग्लू बनता है खाद से. इन फैक्ट्रियों में वो खाद इस्तेमाल हो रही है जिसे किसान अपने खेतों में इस्तेमाल करते है.

सरकार द्वारा इस खाद पर सब्सिडी दी जाती है पर ये खाद खेतों में न जाकर इन प्लाई बोर्ड फैक्ट्रियों में जाता है. जिससे सरकार को राजस्व घाटा होता है. जब इस बात की सूचना जब सीएम फ्लाइंग को लगी तो टीम ने तीन ग्लू फैक्ट्रियों में रेड की. टीम की रेड की भनक लगते ही प्लाई बोर्ड फैक्ट्रियों में हड़कंप मच गया और कई फैक्ट्री मालिक फैक्ट्रियों को बंद कर फरार हो गए.

प्लाई बोर्ड फैक्ट्रियों में अवैध रूप से यूरिया इस्तेमाल को लेकर सीएम फ्लाइंग ने की रेड

सीएम फ्लाइंग अधिकारी दिनेश कुमार ने बताया कि उनको सूचना मिली थी कि यमुनानगर में प्लाइ बोर्ड बनाने वाली फैक्ट्रियां ग्लू बनाने के लिए कृषि खाद का इस्तेमाल कर रहीं है. इसको लेकर उन्होंने इन फैक्ट्रियों में रेड करी, लेकिन हेल्थ विभाग के अधिकारियों ने उनका सहयोग नहीं किया. जिसके चलते अवैध रूप से यूरिया का इस्तेमाल कर रही फैक्ट्रियों पर कार्रवाई नहीं हो पाई. उन्होंने कहा कि सभी अधिकारियों को रिपोर्ट पेश करने को कह दिया गया है. रिपोर्ट आने के बाद आगामी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी.

बता दें कि, टीम ने रात को जब इन फैक्ट्रियों की जांच की तो पता चला कि ये फैक्ट्रियां पूर्ण रूप से अवैध रूप से चलाई जा रही थी. न कोई लाइसेंस और न कोई कागजात मालिक के पास था, लेकिन जब सीएम फलाइंग ने लोकल अधिकारियों से बात की तो कृषि विभाग को छोड़ कोई भी अधिकारी मौके पर नहीं पहुंचा.

हेल्थ विभाग ने तो साफ कह दिया कि वो बिना आज्ञा के नहीं आ सकते. जिसके चलते अवैध रूप से चलने वाली फैक्ट्रियों के मालिकों को बड़ी राहत मिल गई. फिलहाल टीम ने यहां से यूरिया के सैंपल तो ले लिए है, लेकिन जिन अधिकारियों के संरक्षण में ये फैक्ट्रियां चल रही हैं. अब सीएम फ्लाइंग इन अधिकारियेां व कर्मचारियों पर नकेल कसने की बात भी कह रही है.

ये भी पढ़ें: कृषि विधेयकों के विरोध में देशभर के किसान, पुख्ता सुरक्षा इंतजाम

यमुनानगर: जिले में इन दिनों खेतों में इस्तेमाल होने वाली यूरिया खाद का अवैध रूप से प्लाई बोर्ड फैक्ट्रियों में धड़ल्ले से इस्तेमाल हो रहा है. जिसको लेकर गुरुवार की शाम सीएम फ्लाइंग ने इन फैक्ट्रियों में रेड कर दी, लेकिन लोकल अधिकारियों का साथ नहीं मिलने के चलते अवैध रूप से यूरिया का इस्तेमाल करने वाली कंपनियों का बचाव हो गया. अब सीएम फ्लाइंग अधिकारी सहयोग नहीं देने वाले लोकल अधिकारियों पर कार्रवाई की बात कह रहे हैं.

दरअसल यमुनानगर में प्लाई बोर्ड का काम बड़ी मात्रा में होता है और जिले में लगभग 2000 के करीब प्लाई बोर्ड फैक्ट्री हैं. इन फैक्ट्रियों में बनने वाली प्लाई को ग्लू से जोड़ा जाता है और ये ग्लू बनता है खाद से. इन फैक्ट्रियों में वो खाद इस्तेमाल हो रही है जिसे किसान अपने खेतों में इस्तेमाल करते है.

सरकार द्वारा इस खाद पर सब्सिडी दी जाती है पर ये खाद खेतों में न जाकर इन प्लाई बोर्ड फैक्ट्रियों में जाता है. जिससे सरकार को राजस्व घाटा होता है. जब इस बात की सूचना जब सीएम फ्लाइंग को लगी तो टीम ने तीन ग्लू फैक्ट्रियों में रेड की. टीम की रेड की भनक लगते ही प्लाई बोर्ड फैक्ट्रियों में हड़कंप मच गया और कई फैक्ट्री मालिक फैक्ट्रियों को बंद कर फरार हो गए.

प्लाई बोर्ड फैक्ट्रियों में अवैध रूप से यूरिया इस्तेमाल को लेकर सीएम फ्लाइंग ने की रेड

सीएम फ्लाइंग अधिकारी दिनेश कुमार ने बताया कि उनको सूचना मिली थी कि यमुनानगर में प्लाइ बोर्ड बनाने वाली फैक्ट्रियां ग्लू बनाने के लिए कृषि खाद का इस्तेमाल कर रहीं है. इसको लेकर उन्होंने इन फैक्ट्रियों में रेड करी, लेकिन हेल्थ विभाग के अधिकारियों ने उनका सहयोग नहीं किया. जिसके चलते अवैध रूप से यूरिया का इस्तेमाल कर रही फैक्ट्रियों पर कार्रवाई नहीं हो पाई. उन्होंने कहा कि सभी अधिकारियों को रिपोर्ट पेश करने को कह दिया गया है. रिपोर्ट आने के बाद आगामी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी.

बता दें कि, टीम ने रात को जब इन फैक्ट्रियों की जांच की तो पता चला कि ये फैक्ट्रियां पूर्ण रूप से अवैध रूप से चलाई जा रही थी. न कोई लाइसेंस और न कोई कागजात मालिक के पास था, लेकिन जब सीएम फलाइंग ने लोकल अधिकारियों से बात की तो कृषि विभाग को छोड़ कोई भी अधिकारी मौके पर नहीं पहुंचा.

हेल्थ विभाग ने तो साफ कह दिया कि वो बिना आज्ञा के नहीं आ सकते. जिसके चलते अवैध रूप से चलने वाली फैक्ट्रियों के मालिकों को बड़ी राहत मिल गई. फिलहाल टीम ने यहां से यूरिया के सैंपल तो ले लिए है, लेकिन जिन अधिकारियों के संरक्षण में ये फैक्ट्रियां चल रही हैं. अब सीएम फ्लाइंग इन अधिकारियेां व कर्मचारियों पर नकेल कसने की बात भी कह रही है.

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