गुरुग्राम: हरियाणा के वन एवं वन्यजीव मंत्री राव नरबीर सिंह ने कहा कि आगामी 6 महीने में हरियाणा में अरावली क्षेत्र में लगभग 10 हजार एकड़ में जंगल सफारी का प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से शिलान्यास करवाया जाएगा. एनसीआर क्षेत्र में जंगल सफारी स्थापित करना प्रधानमंत्री का ड्रीम प्रोजेक्ट है.
'अरावली में स्थापित होगी विश्व की सबसे बड़ी जंगल सफारी': कैबिनेट मंत्र राव नरबीर सिंह ने कहा कि उन्होंने गत दिनों शारजाह में एक हजार एकड़ में स्थापित की गई विश्व की सबसे बड़ी जंगल सफारी का अवलोकन किया. जो काफी सुन्दर है. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दिल्ली एनसीआर क्षेत्र में जंगल सफारी स्थापित करने बारे उनके ड्रीम प्रोजेक्ट को साझा किया था. हरियाणा में अरावली क्षेत्र में 10 हजार एकड़ में विश्व की सबसे बड़ी जंगल सफारी स्थापित की जाएगी. उन्होंने वन विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि वे प्रतिवर्ष 10 प्रतिशत काबली कीकर को हटाकर उनके स्थान पर त्रिवेणी या जलवायु अनुकूल पौधे लगाएं.
कैबिनेट मंत्री ने किया शेर के शावकों का नामकरण: वन मंत्री राव नरबीर सिंह ने रोहतक चिड़ियाघर में शेर के शावकों के नामकरण समारोह में हिस्सा लिया. इससे पहले उन्होंने इलेक्ट्रिक कार्ट में सवार होकर चिड़ियाघर का भ्रमण किया. उन्होंने चिड़िया घर के अधिकारियों को निर्देश दिए कि वो सफेद तोता भी लेकर आए, जो उन्होंने मॉरीशस की घाटी में देखा था. इसके बाद उन्होंने एशिया शेर के तीन नर तथा चार मादा सहित सात शावकों में से चार शावकों का नामकरण किया.
तीन नर और चार मादाओं का नामकरण: कैबिनेट मंत्री ने नर शावकों को नाम चैतन्य और वीरू रखा और तीसरे नर शावक का नाम संजू रखा. इसी तरीके से उन्होंने दो मादा शावकों में से एक का नाम दीया और दूसरी का नाम नाव्या रखा. एक मादा शावक को उपायुक्त धीरेंद्र खड़गटा ने चंचल नाम दिया तथा चौथी मादा शावक का अन्नू नाम रखा गया.
'लोगों की सुविधा के लिए होगा इस बार का बजट': बजट के सवाल पर उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री नायब सिंह विभिन्न वर्गों के प्रतिनिधियों के साथ विचार-विमर्श कर रहे हैं. विचार-विमर्श के बाद आम लोगों की सुविधा के दृष्टिगत बेहतर बजट प्रस्तुत किया जाएगा. सरकार द्वारा निरंतर जनहित में कार्य किए जा रहे हैं. देश व प्रदेश की जनता ने केंद्र व प्रदेश सरकार की नीतियों पर मोहर लगाते हुए जनादेश दिया है. जनता कार्यों के आधार पर ही जनादेश देती है. विपक्ष का कार्य सिर्फ सरकार की आलोचना करना है.