यमुनानगर लघु सचिवालय के बाहर लिपिकों की हड़ताल जारी है. अभी तक उनकी सरकार के साथ कोई सहमति नहीं बनी है. आमजन से लेकर सभी सरकारी कामकाज इनकी हड़ताल की वजह से प्रभावित हो रहे हैं. लिपिकों का कहना है कि उनकी एक ही मांग है कि उनका ग्रेड पे 35400 रुपये किया जाए. यमुनानगर लघु सचिवालय के बाहर लिपिक वाटर प्रूफ टेंट लगाकर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर हैं. इनमें महिलाएं भी शामिल हैं.
कर्मचारी लगातार सरकार के खिलाफ नारेबाजी कर रहे हैं और ₹35400 ग्रेड पे की डिमांड कर रहे हैं. सरकार के साथ इनकी कोई सहमति नहीं बनी है. क्लर्क एसोसिएशन के जिला प्रधान ने बताया कि उन्हें फिलहाल ₹19900 ग्रेड पे मिलता है. जिसमें 8358 रुपये महंगाई भत्ता, 1800 रुपये हाउस रेंट और ₹1000 मेडिकल अलाउंस दिया जाता है. जिसके चलते इनका वेतन लगभग 31058 रुपये बनता है. जिसमें से 2825 रुपये एनपीएस स्कीम के तहत कट जाते हैं.
इस तरह से लिपिकों के हाथ में लगभग ₹28233 आते हैं. लिपिकों का कहना है कि इस महंगाई के जमाने में इतने पैसे में गुजारा चलना मुश्किल है. जबकि उनके समकक्ष सरकारी विभाग में जो भी पद हैं. उनका ग्रेड पे काफी ज्यादा है. इसलिए वो ₹35400 ग्रेड पे की मांग कर रहे हैं. जिसके चलते उनके हाथ में लगभग ₹58000 प्रति तनख्वाह आ जाएगी और वे अपने परिवार का अच्छे से पालन पोषण कर पाएंगे.
उन्होंने कहा कि लिपिक के ऊपर काम के प्रेशर को देखते हुए उनकी मौजूदा समय में जो तनख्वाह है. वो बहुत कम है. इसलिए जब तक 35400 ग्रेड पर नहीं दिया जाएगा. उनकी हड़ताल अनिश्चित काल तक चलती रहेगी. उन्होंने कहा कि उनके काम के मुताबिक उन्हें वेतन नहीं दिया जा रहा. उन्हें डी ग्रेड श्रेणी की तरह रखा जा रहा है. जिला प्रधान ने बताया कि 125 विभागों के सभी लिपिक हड़ताल पर हैं. जिससे कामकाज प्रभावित हो रहा है. उन्होंने कहा कि वो नहीं चाहते कि उनकी वजह से कोई परेशान हो, लेकिन सरकार मानने को तैयार नहीं है. उन्होंने कहा कि सरकार के मानते ही वो चंद मिनटों के भीतर अपने काम पर वापस लौट आएंगे.