यमुनानगर: एक और प्रदेश सरकार जहां प्रदेश के खजाने की पाई-पाई की बचत के लिए कोशिश कर रही है. वहीं सरकारी अधिकारी सरकारी गाड़ियों का निजी प्रयोग कर इन योजनाओं को पलीता लगा रहे हैं. इस बारे में जब आला अधिकारियों से बात की गई तो उन्होंने इस मामले में जांच की बात कही.
पैसा बचाने की कवायद में प्रदेश के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर काफिले के साथ देश की राजधानी में पहुंचने के लिए ट्रेन और बस का प्रयोग कर रहे हैं. वहीं प्रदेश की अफसरशाही अपने राज्य से अंदाज बदलने को तैयार नहीं है.
यमुनानगर में महिला एवं बाल विकास साढ़ौरा की सीडीपीओ अपने निजी कामों के लिए सरकारी गाड़ी का इस्तेमाल कर रही है. बाजार का काम हो या विवाह समारोह सीडीपीओ महोदय अपनी शान बघारने के लिए सरकारी पैसों की बर्बादी करते हुए विभाग की यह गाड़ी प्रयोग कर रही है.
सीडीपी महोदया की गाड़ी के ड्राइवर चपरासी के पद पर उनके ऑफिस में तैनात है. उसके पास ड्राइवर का कोई भी आई कार्ड उपलब्ध नहीं था. इसके बावजूद भी वह पिछले कई महीनों से गाड़ी चला रहा है.
सीडीपीओ सीमा प्रसाद से जब मीडिया ने बात की तो उन्होंने कहा कि मैं तो अपनी खुद की गाड़ी से ही आती जाती हूं. बस आज ही सरकारी गाड़ी का इस्तेमाल किया है. चपरासी से सरकारी गाड़ी चलाने के ऊपर जब उससे पूछा गया तो उसके पास कोई भी संतोषजनक जवाब नहीं मिला.
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इस मामले में जिला अतिरिक्त उपायुक्त से बातचीत की गई तो उन्होंने इस मामले में तुरंत जांच करवाने की बात कही. उन्होंने कहा कि अगर जांच में कुछ गलत पाया गया तो उनके खिलाफ विभागीय कार्रवाई भी की जाएगी.