यमुनानगर: कृषि अध्यादेश को लेकर भारतीय किसान यूनियन ने सरकार के खिलाफ अब बड़ी लड़ाई का मन बना लिया है. अध्यादेश वापस ना लेने पर भाकियू ने सरकार को कड़ी चेतावनी दी है.
भारतीय किसान यूनियन के सदस्यों ने हरियाणा में एक बार फिर से प्रदर्शन करने की रणनीति तैयार कर ली है. इस बार रैली की बजाय किसान प्रदेश के सभी हाइवे जाम करने की तैयारी में हैं. भाकियू ने सरकार को चेतावनी दी है कि यदि सरकार ने इस अध्यादेश को वापस नहीं लिया तो आगामी 20 सितंबर को हरियाणा के सभी हाइवे जाम किए जाएंगे.
10 सितंबर को पीपली में किसानों पर लाठीचार्ज होने के बाद भी किसान शांत नहीं हैं. किसानों का कहना है कि जब तक सरकार अपने तीनों अध्यादेशों को वापस नहीं लेती वे इसी तरह अपने आंदोलन को उग्र करते रहेंगे. भारतीय किसान यूनियन की बैठक के बाद यूनियन के सदस्य ने बताया कि सरकार को 14 सितंबर तक का अल्टीमेटम दिया गया है.
ये भी पढ़ें- चंडीगढ़: अब कोरोना के अलावा डेंगू से भी लड़ेगा हरियाणा का स्वास्थ्य विभाग
यदि सरकार नहीं मानती तो 15 से 19 तारीख तक किसान फिर से प्रदर्शन करेंगे. किसानों का कहना है कि कोरोना काल में सरकार जो ये नए अध्यादेश लेकर आई है वो पूरी तरह से किसान विरोधी हैं. किसानों ने चेतावनी दी है कि यदि उनकी मांग पर गौर नहीं फरमाया गया तो प्रदेश ही नहीं बल्कि पूरे देश में बड़ी क्रांति होगी.
गौरतलब है कि पीपली रैली में किसानों पर हुए लाठीचार्ज को लेकर किसान नाराज हो गए थे. सरकार ने किसानों को मनाने के लिए एक कमेटी का गठन किया है. ये कमेटी सरकार द्वावा लाए गए अध्यादेश पर किसानों से राय मांगेगी. इस कमेटी की दो बार बैठक हो चुकी है. इस कमेटी को भाकियू पहले ही छल बता चुकी है.