यमुनानगर: चीन में चल रहे एशियन गेम्स 2023 के दूसरे दिन भारत ने 2 गोल्ड मेडल सहित 6 मेडल अपने नाम किए. भारत को 6 मेडल दिलाने में हरियाणा के खिलाड़ियों का भी अहम योगदान रहा. एशियन गेम्स के दूसरे दिन रोइंग प्रतियोगिता में भारतीय टीम 2 ब्रॉन्ज मेडल जीतने में सफल रही. इस रोइंग प्रतियोगिता में एक टीम में यमुनानगर के बेटे परमिंद्र सिंह ने भी अहम जिम्मेदारी निभाई. यमुनानगर के बिलासपुर खंड के गांव शाहपुर के साधारण परिवार के किसान पूर्व सरपंच अमरीक सिंह के घर जन्मे परमिंद्र सिंह ने रोइंग प्रतियोगिता में अहम योगदान दिया.
परमिंद्र सिंह के गांव में जश्न का माहौल: हरियाणा के यमुनानगर के बिलासपुर खंड के शाहपुर गांव में जन्मे परमिंद्र सिंह ने एशियन गेम्स में रोइंग प्रतियोगिता में ब्रॉन्ज मेडल हासिल कर प्रदेश के साथ-साथ देश का भी नाम रोशन किया है. जैसे ही परमिंद्र सिंह के ब्रॉन्ज मेडल जीतने की खबर मिली उनके घर पर बधाई देने वालों का तांता लग गया. परमिंद्र सिंह की जीत पर गांव में जश्न का माहौल है.
वहीं, इस जीत पर परमिंद्र के दादा अमरीक सिंह ने बताया 'परमिंद्र सिंह ने अपने पिता और कोच अर्जुन अवार्ड इंद्रपाल सिंह के मार्गदर्शन में इस मुकाम को हासिल किया है. मौजूदा समय में परमिंद्र सिंह नेवी में जेसीओ के पद पर कार्यरत है. परमिंद्र के पिता इंद्रपाल सिंह रोइंग का प्रशिक्षण दे रहे हैं. - अमरीक सिंह, परमिंद्र के दादा
2 KM दूरी में ब्रॉन्ज मेडल: बता दें कि, परमिंद्र सिंह की टीम ने 2 किलोमीटर की दूरी को पार करके ब्रॉन्ज मेडल हासिल किया. राेइंग के डबल स्कल्स में परमिंद्र सिंह के साथ पंजाब के बठिंडा के सतनाम सिंह ने भाग लिया था. वहीं, क्वाड्रपल स्कल्स में परमिंद्र सिंह के साथ पंजाब के मानसा के सतनाम सिंह, राजस्थान के भरतपुर का जाकिर खान, पंजाब के मानसा का सुखमीत सिंह ने फाइनल में 2 किलोमीटर लंबी दूरी को 6:08.1 समय में तय करके ब्रॉन्ज मेडल अपने नाम किया.
परमिंद्र के नाम उपलब्धि: बता दें कि, यमुनानगर के परमिंद्र सिंह रोइंग से पहले बास्केटबॉल के खिलाड़ी रह चुके हैं. परमिंद्र बास्केटबॉल टीम का प्रतिनिधित्व भी कर चुके हैं. परमिंद्र के दादा अमरीक सिंह के अनुसार, परमिंद्र ने एक बार अपने पिता इंद्रपाल सिंह के साथ रोइंग में भाग लिया, उसके बाद से रोइंग में उसकी रुचि बढ़ गई. इससे पहले परमिंद्र सिंह एशिया चैंपियनशिप में सिंगल स्कल में सिल्वर मेडल हासिल कर चुके हैं. नेशनल प्रतियोगिता में भी परमिंद्र गोल्ड मेडल अपने नाम कर चुके हैं.