सोनीपत: वीरवार को बहालगढ़ स्थित साईं स्टेडियम में अंडर 23 विश्व कुश्ती चैंपियनशिप के लिए खिलाड़ियों का ट्रायल पूरा हुआ. एडहॉक कमेटी के सदस्य ज्ञान सिंह की निगरानी में ये ट्रायल हुए. भारतीय कुश्ती फेडरेशन के भंग होने के बाद ओलंपिक संघ के पास कुश्ती के ट्रायल करने का दामोदर है. अल्बानिया में होने वाली अंडर 23 विश्व कुश्ती चैंपियनशिप 23 अक्टूबर से लेकर 29 अक्टूबर तक होनी है. जिसके लिए पहलवानों का चयन फाइनल हो गया है.
साईं स्टेडियम सोनीपत में ये चयन प्रक्रिया विधिवत रूप से पूरी हो गई है. इस चैंपियनशिप में 30 युवा पहलवान देश के लिए खेलेंगे. जिनमें से 10 महिला पहलवान, 20 पुरुष पहलवान हैं. पुरुषों के लिए ग्रीको रोमन और फ्री स्टाइल कुश्ती के लिए ट्रायल हुआ है. ट्रायल पूरा होने के बाद ज्ञान सिंह ने भारतीय कुश्ती फेडरेशन पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि कुश्ती में विवाद बढ़ने वाले गैर खेल के आदमी हैं. वो अगर फेडरेशन में रहेंगे, तो विवाद होता रहेगा.
उन्होंने कहा कि एशियाई खेलों में पहले फेडरेशन थी. तब तीन पदक आए थे, लेकिन अबकी बार सात पदक आए हैं. फेडरेशन अच्छी होनी चाहिए. ज्ञान सिंह ने एडहॉक कमेटी के प्रशासनिक अधिकारी भूपेंद्र सिंह बाजवा पर भी निशाना साधा. उन्होंने कहा कि भूपेंद्र सिंह पता नहीं कहां से कोच निकाल कर लगा देते हैं. किसी भी कुश्ती के अनुभव रखने वाले शख्स से पूछा नहीं जा रहा है. अगर एशियाई खेलों में अच्छे कोच होते, तो मेडल और आ सकते थे.
उन्होंने कहा कि भूपेंद्र सिंह बाजवा किसी की भी नहीं सुनते. उन्होंने कहा कि हम यहां पर केवल बिना दायित्व के काम कर रहे हैं. बृजभूषण शरण पर उन्होंने कहा कि वो तो नेता हैं, लेकिन फेडरेशन में अच्छे काम करने वाले आदमी होने चाहिए. उन्होंने क्या किया है और क्या नहीं किया. इसके बारे में हम कुछ नहीं कह सकते.