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सोनीपत में सीवर की सफाई करते हुए दम घुटने से तीन मजदूरों की मौत - etvbharat

सोनीपत में सीवर टैंक की सफाई करने आए तीन मजदूरों की मौत हो गई है. तीनों मजदूर बैंकेट हॉल के सीवर की सफाई करने के लिए आए थे. पुलिस मामले की जांच में जुटी है.

सीवर की सफाई करते तीन मजदूरों की मौत
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Published : May 2, 2019, 12:18 PM IST

सोनीपत: बहालगढ़ रोड स्थित एक बैंकेट के सेप्टिक टैंक की सफाई कर रहे पिता-पुत्र सहित तीन श्रमिकों की मौत हो गई. चौथा श्रमिक हादसे में बाल-बाल बचा गया. दर्दनाक हादसे की सूचना पर आसपास के लोग बैंकेट के बाहर जमा हो गए. करीब दो घंटे की मशक्कत के बाद अग्निशमन विभाग के कर्मचारियों ने तीनों के शवों को बाहर निकाला.

सीवर की सफाई करते तीन मजदूरों की मौत

तीन मजदूरों बिना सुरक्षा उपकरणों के सीवर टैंक की सफाई कर रहे थे. शहर के आदर्श नगर निवासी प्रेम उर्फ पांडू (55) सेफ्टिक टैंक की साफ-सफाई का कार्य करते थे. मालिक के बुलावे पर अपने बेटे विनय (18) और साथी श्रमिक दीपक (30) और साली के लड़के धीरज के साथ बहालगढ़ रोड स्थित कैमी फार्म नामक गार्डन में सेफ्टिक टैंक की सफाई करने पहुंचे थे.

सूचना के बाद परिजन और पुलिस मौके पर पहुंचे. हादसे के बाद से अचानक तीन मौतों के बाद से लोगों में सनसनी फैल गई है. बैंकट हाल शहर के प्रसिद्ध कांग्रेसी नेता का बताया जा रहा है. नेता ने इस बैंकट हाल को आगे किसी को किराए पर दे रखा है. पोस्टमार्टम के लिए तीनों के शव नागरिक अस्पताल के शव गृह में रखवा दिए गए हैं.

सोनीपत: बहालगढ़ रोड स्थित एक बैंकेट के सेप्टिक टैंक की सफाई कर रहे पिता-पुत्र सहित तीन श्रमिकों की मौत हो गई. चौथा श्रमिक हादसे में बाल-बाल बचा गया. दर्दनाक हादसे की सूचना पर आसपास के लोग बैंकेट के बाहर जमा हो गए. करीब दो घंटे की मशक्कत के बाद अग्निशमन विभाग के कर्मचारियों ने तीनों के शवों को बाहर निकाला.

सीवर की सफाई करते तीन मजदूरों की मौत

तीन मजदूरों बिना सुरक्षा उपकरणों के सीवर टैंक की सफाई कर रहे थे. शहर के आदर्श नगर निवासी प्रेम उर्फ पांडू (55) सेफ्टिक टैंक की साफ-सफाई का कार्य करते थे. मालिक के बुलावे पर अपने बेटे विनय (18) और साथी श्रमिक दीपक (30) और साली के लड़के धीरज के साथ बहालगढ़ रोड स्थित कैमी फार्म नामक गार्डन में सेफ्टिक टैंक की सफाई करने पहुंचे थे.

सूचना के बाद परिजन और पुलिस मौके पर पहुंचे. हादसे के बाद से अचानक तीन मौतों के बाद से लोगों में सनसनी फैल गई है. बैंकट हाल शहर के प्रसिद्ध कांग्रेसी नेता का बताया जा रहा है. नेता ने इस बैंकट हाल को आगे किसी को किराए पर दे रखा है. पोस्टमार्टम के लिए तीनों के शव नागरिक अस्पताल के शव गृह में रखवा दिए गए हैं.


NEWS BY : SANJEET CHOUDHARY, SONIPAT
SLUG_SAFETY_TANK_DEATHS
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बैंकेट हाल में सीवर की सफाई कर रहे पिता-पुत्र सहित तीन की मौत...
पिता के सीवर में फंसने पर बचाने का प्रयास कर रहा था पुत्र व साथी श्रमिक...
गार्डन के सेप्टिक टैंक में जहरीली गैस से हुई हैं मौत, चैथा श्रमिक बाल-बाल बचा...
बिना सुरक्षा उपकरणों के कार्य करवा रहा था बैंकेट मालिक...
कड़ी मशक्कत के बाद तीनों के शवों को निकाला गया बाहर...
शहर के प्रसिद्ध कांग्रेसी नेता का है कैमी फार्म नामक का बैंकेट हाल...
कांग्रेसी नेता ने किराये पर दे रखा था बैंकेट हाल....

शहर के बहालगढ़ रोड स्थित एक बैंकेट के सेप्टिक टैंक की सफाई कर रहे पिता-पुत्र सहित तीन श्रमिकों की मौत हो गई। जबकि चैथा श्रमिक हादसे में बाल-बाल बचा है। दर्दनाक हादसे की सूचना पर आसपास के लोग बैंकेट के बाहर जमा हो गए। करीब दो घंटे की मशक्कत के बाद अग्निशमन विभाग के कर्मचारियों ने तीनों के शवों को बाहर निकाला। सूचना के बाद परिजन व पुलिस भी मौके पर पहुंचे। वहीं हादसे के बाद से अचानक तीन मौतों के बाद से गहरे सदमे में है। यह बैंकट हाल शहर के प्रसिद्ध कांग्रेसी नेता का बताया जा रहा है और कांग्रेसी नेता ने इस बैैंकट हाल को आगे किसी को किराये पर दे रखा है। फिलहाल पोस्टमार्टम के लिए तीनों के शव नागरिक अस्पताल के शवगृह में रखा दिए गए है। 

शहर के आदर्श नगर निवासी प्रेम उर्फ पांडू (55) सेफ्टिक टैंक की साफ-सफाई का कार्य करते थे। वह बेन्कट मालिक के बुलावे पर अपने बेटे विनय (18) व साथी श्रमिक दीपक (30) व साली के लड़के धीरज के साथ बहालगढ़ रोड स्थित कैमी फार्म नामक गार्डन में सेफ्टिक टैंक की सफाई करने पहुंचे थे।12 फुट गहरे सेप्टिक टैंक को करीब आठ फुट तक मशीन के द्वारा खाली किया जा चुका था... प्रत्यक्षदर्शी श्रमिक धीरज के मुताबिक इसके बाद प्रेम सफाई के लिए सेफ्टिक टैंक में उतरे गए। टैंक में जहरीली गैस होने से उन पर बेहोशी छाने लगी। प्रेम की हालत खराब होते देख साथी श्रमिक दीपक उनको बचाने के लिए टैंक में उतर गए। इस दौरान वह भी बेहोश हो गए। वहां मौजूद प्रेम के बेटे विनय व धीरज ने उन्हें बचाने का प्रयास किया। इस क्रम में विनय भी सेप्टिक टैंक में उतर गया। वह भी बाहर नहीं आ पाया। शोर सुन कर गार्डन में मौजूद अन्य लोगों भी वहां पहुंचे। तीनों को बाहर निकालने का प्रयास किया गया। मगर जहरीली गैस होने की वजह से कोई भी नीचे जाने की हिम्मत नहीं जुटा पाया। मामले की सूचना पुलिस व अग्निशमन विभाग को दी। सूचना के बाद सदर थाना प्रभारी वजीर टीम के साथ मौके पर पहुंचे। अग्निशमन कर्मचारियों ने करीब दो घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद तीनों को बाहर निकाला गया। जब तक तीनों की मौत हो चुकी थी। परिजनों ने गार्डन मालिक पर बिना सुरक्षा उपकरणों के सीवर में उतारने का आरोप लगाया है। 
तीन श्रमिकों के टैंक में डूबने की सूचना मिली थी। तीनों के शव निकलवा कर पोस्टमार्टम के लिए नागरिक अस्पताल के शवगृह में रखा दिए गए है। फिलहाल मामले की जांच की जा रही है। फिलहाल पुलिस ने खानापूर्ति के लिए मामले की जांच की बात तो जरूर कह रही है, लेकिन तीन गरीब मजदूरों की मौत के बाद इनके परिजनों की सुध लेने वाला कोई दिखाई नहीं दे रहा है...
बाईट - सुरेंद्र कुमार, दमकलकर्मी

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