सोनीपत: हरियाणा के सोनीपत जिले में तेज रफ्तार तीन (Sonipat Car Accident) जिंदगियां लील गई. दरअसल देर रात एक तेज रफ्तार कार बैरिकेड्स से टकरा गई. जिसमें कार सवार 3 युवक जिंदा जल गए (Three MBBS students burnt alive) और तीन युवक गंभीर रूप से घायल हो गए. हादसा सोनीपत में मेरठ-झज्जर नेशनल हाइवे पर हुआ. तीनों मृतक MBBS के छात्र हैं और हरियाणा के रहने वाले हैं.
MBBS के 3 छात्र जिंदा जले- जानकारी के मुताबिक आई-20 कार में 6 लोग सवार थे. तेज रफ्तार कार मेरठ-झज्जर हाइवे पर लगी बैरिकेडिंग (Sonipat Road Accident) से टकरा गई. जिसके बाद कार में आग (car caught fire after hitting barricades) लग गई. इस हादसे में कार सवार 3 युवक जिंदा जल गए जबकि 3 युवक गंभीर रूप से घायल हैं. जिन्हें रोहतक पीजीआई रेफर किया गया है. बताया जा रहा है कि नेशनल हाइवे-44 के जिस फ्लाइओवर पर ये हादसा हुआ, वहां काम चलने के कारण पत्थरों के बने बैरिकेड्स लगाए गए थे. रात के अंधेरे में तेज रफ्तार कार इन बैरिकेड्स से टकरा गई.
सभी MBBS के छात्र हैं- कार सवार सभी युवक MBBS के छात्र हैं. हादसे में मरने वाले तीनों छात्र रोहतक पीजीआई से MBBS कर रहे हैं. मृतकों की पहचान हरियाणा के नारनौल निवासी पुलकित, रेवाड़ी के संदेश और गुरुग्राम के रोहित के रूप में हुई है. घायल छात्रों के नाम अंकित, नरवीर और सोमबीर है. तीनों घायलों की हालत गंभीर बताई जा रही है, जिनका इलाज पीजीआई रोहतक में चल रहा है. बताया जा रहा है कि सभी छात्र रोहतक पीजीआई से एमबीबीएस की पढ़ाई कर रहे थे और रोहतक से हरिद्वार घूमने के लिए जा रहे थे. फिलहाल राई थाना पुलिस ने मामले में जांच शुरू कर दी है.
हादसे की भयानक तस्वीरें- कार सवार सभी छात्र रोहतक से हरिद्वार जा रहे थे. झज्जर-मेरठ हाइवे पर बहालगढ़ फ्लाईओवर के पास कार सड़क पर रखे उन पत्थरों से टकरा गई, जिनका इस्तेमाल बैरिकेडिंग के लिए किया जाता है. टक्कर इतनी जबरदस्त थी की कार में आग लग गई और कार सवार 3 छात्र जिंदा जल गए. सुबह जब तस्वीरें सामने आई तो पत्थरों के टकराने के बाद जलकर खाक हुई कार इस भयानक हादसे की गवाही दे रही थी.
सवालों में NHAI- पुलिस ने फिलहाल तीनों शवों को पोस्टमार्टम के लिए सोनीपत के सरकारी अस्पताल में भिजवा दिया है और हादसे के तीनों घायलों को रोहतक पीजीआई रेफर किया है. पुलिस ने मृतकों के परिजनों को जानकारी दे दी गई है. इस पूरे मामले में NHAI की लापरवाही भी सवालों में हैं. सवाल है कि सड़क के बीचों बीच भारी भरकम पत्थर के बैरिकेड्स क्यों लगाए गए ? अगर फ्लाइओवर पर काम चल रहा था तो वाहन चालकों को अलर्ट करने के लिए पुख्ता बंदोबस्त क्यों नहीं किए गए थे. क्योंकि अगर बीच सड़क ये पत्थर ना लगे होते, तो शायद एमबीबीएस के तीन छात्र अपनी जान ना गंवाते.
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