सोनीपत: जिला सोनीपत के रिटायर्ड सुबेदार मेजर सूरजभान ने कारगिल के विजयी युद्ध को लड़ा है, ये ऑपरेशन ब्लू स्टार के अहम हिस्सा रहे हैं, ये उन वीर जवानों में से एक हैं जिन्होंने अपनी जान की बाजी तो लगा दी, लेकिन अपने देश के एक इंच जमीन पर भी दुश्मनों को कब्जा नहीं करने दिया, मगर आज ये हार गए. क्योंकि आज जिनसे इन्हें लड़ाई लड़नी है वो दुश्मन नहीं बल्कि अपने ही हैं.
भतीजे और उसकी पत्नी ने घर से निकाला
रिटायर्ड सुबेदार मेजर सूरजभान के मुताबिक उन्ही के भतीजे और भतीजे की पत्नी ने उन्हे अपने घर से बेदखल कर दिया. आलम ये है कि आज इन्हें अपनी पत्नी के साथ उम्र के आखिरी पड़ाव में वृद्धा आश्रम में रहना पड़ रहा है.
उम्र के आखिरी पड़ाव में किया घर से बेदखल
सूबेदार मेजर सुरजभान अपनी पत्नी के साथ मयूर विहार की गली नंबर 6 में रहते है. सूरजभान की पत्नी ने बताया कि उनकी खुद की कोई संतान नहीं है, जिस वजह से इन्होंने अपने छोटे भाई के बेटी को गोद लिया. बेटी का पालन पोषण किया, उसकी शादी की. अब वो लड़की मुंबई में अपने पति के साथ रहती है, बेटी की शादी और रिटायर्मेंट के बाद ये दंपति अब बाकी की जिंदगी सुकून से जीना चाहते थे, लेकिन जमीन जायदाद के लालच उनके छोटे भाई के बेटे और उसकी पत्नी परेशान करने लगे, उन्हें धमकियां देने लगे, जिस वजह से आज ये दोनों वृद्धा आश्रम में रहते हैं.
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न्याय के लिए अधिकारियों के चक्कर काट रहा है दंपति
न्याय पाने के लिए इस दंपति ने जगह-जगह धक्के खाए. उन्होंने सोनीपत एसपी को भी शिकायत दी. कई आलाअधिकारियों से भी मदद मांगी, लेकिन अभी तक कहीं सुनवाई नहीं हुई. हालांकि काफी कोशिशों के बाद थाने में मामला दर्ज कर लिया गया है, मगर जांच अधिकारी कानूनी औपचारिकताओं के इंतजार में अभी कोई कार्रवाई नहीं कर रहे.
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इंसाफ के लिए लगा रहे हैं कानून से मदद की गुहार
जर-जमीन के लालच में आज उनके रिश्तेदारों ने ही सूरजभान को उनके अपने ही घर से बेदखल कर दिया. उम्र के आखिरी पड़ाव में अपने भाई-भतीजे और उसकी पत्नी से धोखा खाए इस दंपति को मदद की कोई राह नहीं दिख रही. इन्हें उम्मीद है तो बस कानून पर, इन्हें भरोसा है कि जल्द इन्हें इंसाफ मिलेगा. ये अपने घर में अपनी बाकी की जिंदगी सुकून से जी पाएंगे.
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