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करनाल से सोनीपत पहुंचा 9 साल का बच्चा, 9 महीने बाद इस तरह परिजनों से मिला - करनाल 9 साल सोनू लापता

करनाल का रहने वाला 9 साल का मोनू सोनीपत रेलवे स्टेशन पर लावारिस हालत में मिला था. करीब 9 महीने बाद मोनू को उसके परिजनों से मिलाया गया है.

sonipat missing nine year old monu meet his family
9 महीने बाद परिजनों से मिला मोनू
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Published : Jul 3, 2020, 9:49 PM IST

सोनीपत: सपना बाल कुंज खानपुर कलां और बाल कल्याण समिति (सीडब्ल्यूसी) के सहयोग से लापता मोनू नाम के बच्चे को उसके परिजनों से मिला दिया गया है. मोनू को सीडब्ल्यूसी ने शुक्रवार को उसके परिजनों को सौंप दिया है. बच्चे के परिजनों ने बालकुंज और सीडब्ल्यूसी का आभार प्रकट किया है.

बाल संरक्षण अधिकारी आरती ने बताया कि सोनीपत रेलवे पुलिस को 1 सितंबर, 2019 को एक बच्चा रेलवे स्टेशन पर लावारिस हालत में मिला था. ये बच्चा मानिसक रूप से भी बीमार था, जिसे रेलवे पुलिस ने औपचारिकताएं पूरी कर बाल ग्राम राई भेज दिया था. जहां से उसे खानपुर कलां स्थित सपना बालकुंज भेज दिया गया.

सपना बालकुंज की अधीक्षक सोनिया ने बालक के परिजनों को खोजने के लिए हर संभव प्रयासों को गति दे दी. उन्होंने अपने व्हाट्सएप ग्रुप में भी बच्चे की सूचना प्रेषित की. मिसिंग हेल्पलाइन हरियाणा के सहयोग से लापता बच्चे के परिजनों को ढूंढ़ निकालने में मदद मिली.

बाल संरक्षण अधिकारी आरती ने बताया कि बच्चे की पहचान 9 साल के मोनू के रूप में हुई है जो करनाल जिले के रामनगर का स्थाई निवासी है. परिजनों को बच्चे के बारे में बताया गया तो उनकी खुशी का ठिकाना नहीं रहा. शुक्रवार को परिजन अपने लापता बच्चे मोनू को लेने के लिए सीडब्ल्यूसी कार्यालय में पहुंचे. जहां औपचारिकताओं को पूरा कर बच्चा उन्हें सौंप दिया गया है.

ये भी पढ़िए: इस विदेशी तकनीक से मछली पालन कर रहे किसान, परंपरागत खेती से दोगुना मुनाफा

मोनू के पिता चरणजीत ने भी बालकुंज अधीक्षक सोनिया सहित सीडब्ल्यूसी सदस्यों और जिला बाल कल्याण अधिकारी का धन्यवाद किया. उन्होंने कहा कि मोनू उनका इकलौता पुत्र है, जिसे ढूंढने के लिए उन्होंने भरसक प्रयास किए. मोनू के मिलने से उनके परिवार की खुशियां लौट आई हैं.

सोनीपत: सपना बाल कुंज खानपुर कलां और बाल कल्याण समिति (सीडब्ल्यूसी) के सहयोग से लापता मोनू नाम के बच्चे को उसके परिजनों से मिला दिया गया है. मोनू को सीडब्ल्यूसी ने शुक्रवार को उसके परिजनों को सौंप दिया है. बच्चे के परिजनों ने बालकुंज और सीडब्ल्यूसी का आभार प्रकट किया है.

बाल संरक्षण अधिकारी आरती ने बताया कि सोनीपत रेलवे पुलिस को 1 सितंबर, 2019 को एक बच्चा रेलवे स्टेशन पर लावारिस हालत में मिला था. ये बच्चा मानिसक रूप से भी बीमार था, जिसे रेलवे पुलिस ने औपचारिकताएं पूरी कर बाल ग्राम राई भेज दिया था. जहां से उसे खानपुर कलां स्थित सपना बालकुंज भेज दिया गया.

सपना बालकुंज की अधीक्षक सोनिया ने बालक के परिजनों को खोजने के लिए हर संभव प्रयासों को गति दे दी. उन्होंने अपने व्हाट्सएप ग्रुप में भी बच्चे की सूचना प्रेषित की. मिसिंग हेल्पलाइन हरियाणा के सहयोग से लापता बच्चे के परिजनों को ढूंढ़ निकालने में मदद मिली.

बाल संरक्षण अधिकारी आरती ने बताया कि बच्चे की पहचान 9 साल के मोनू के रूप में हुई है जो करनाल जिले के रामनगर का स्थाई निवासी है. परिजनों को बच्चे के बारे में बताया गया तो उनकी खुशी का ठिकाना नहीं रहा. शुक्रवार को परिजन अपने लापता बच्चे मोनू को लेने के लिए सीडब्ल्यूसी कार्यालय में पहुंचे. जहां औपचारिकताओं को पूरा कर बच्चा उन्हें सौंप दिया गया है.

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मोनू के पिता चरणजीत ने भी बालकुंज अधीक्षक सोनिया सहित सीडब्ल्यूसी सदस्यों और जिला बाल कल्याण अधिकारी का धन्यवाद किया. उन्होंने कहा कि मोनू उनका इकलौता पुत्र है, जिसे ढूंढने के लिए उन्होंने भरसक प्रयास किए. मोनू के मिलने से उनके परिवार की खुशियां लौट आई हैं.

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