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न्याय की आस लिए महिलाएं 'वन स्टॉप सेंटर' का लें सहारा: सोनीपत उपायुक्त

सेंटर के संचालन के लिए उपायुक्त की अध्यक्षता में कमेटी का गठन भी किया गया है, जिसमें पुलिस अधीक्षक, जिला विकास एवं पंचायत अधिकारी तथा आईटीबीपी के प्रोजेक्ट अधिकारी और एनजीओ के प्रतिनिधियों को शामिल किया गया है.

Sonipat Deputy Commissioner said Women seek 'one stop center' for justice
न्याय की आस लिए महिलाएं 'वन स्टॉप सेंटर' का लें सहारा
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Published : Aug 27, 2020, 9:31 PM IST

सोनीपत: घरेलू हिंसा, बाल विवाह, दुष्कर्म और तेजाबी हमला पीड़िताओं को न्याय दिलाने के लिए वन स्टॉप सेंटर पूर्ण ईमानदारी और समर्पित भाव से कार्यरत है. पीड़ित महिलाओं को सेंटर का पूर्ण लाभ उठाना चाहिए. सेंटर में पीड़िताओं को पांच दिन तक ठहरने की व्यवस्था के साथ सुरक्षा व कानूनी सहायता उपलब्ध करवाई जाती है. इसके लिए पीड़ित महिलाएं हैल्प लाइन नंबर- 181 और 1091 और सेंटर के दूरभाष नंबर- 0130-2986758 पर भी संपर्क कर सकती हैं.

उपायुक्त की अध्यक्षता में कमेटी का गठन

उपायुक्त श्याम लाल पूनिया ने यह जानकारी देते हुए शोषित महिलाओं का आह्वान किया कि वे वन स्टॉप सेंटर की सहायता लेने में जरा भी हिचकिचाएं नहीं. यह सेंटर पूर्ण रूप से महिलाओं की सहायता के लिए ही खोला गया है. सोनीपत में एटलस रोड स्थित स्टेट आफ्टर केयर होम परिसर में वन स्टॉप सेंटर संचालित किया जा रहा है. सेंटर के संचालन के लिए उपायुक्त की अध्यक्षता में कमेटी का गठन भी किया गया है, जिसमें पुलिस अधीक्षक, जिला कानूनी सेवाएं प्राधिकरण के सचिव, जिला बार काउंसिल के अध्यक्ष, मुख्य चिकित्सा अधिकारी, जिला कार्यक्रम अधिकारी/संरक्षण अधिकारी, जिला विकास एवं पंचायत अधिकारी तथा आईटीबीपी के प्रोजेक्ट अधिकारी और एनजीओ के प्रतिनिधियों को शामिल किया गया है.

उपायुक्त पूनिया गुरुवार को लघु सचिवालय में वन स्टॉप सेंटर की समीक्षात्मक बैठक को संबोधित कर रहे थे. उन्होंने कहा कि वन स्टॉप सेंटर में पीड़िताओं को घर जैसा माहौल प्रदान कर न्याय दिलाने का लक्ष्य रखा गया है. यह बेहतरीन प्रयास है, जिसमें शामिल सदस्यों को अधिकारिक महिलाओं को इसका लाभ पहुंचाने के लिए प्रयास करने चाहिए. उन्होंने सेंटर की काउंसलर को निर्देश दिए कि काउंसलिंग के लिए नवीनतम अत्याधुनिक एवं वैज्ञानिक तरीकों की सहायता लें.

महिलाओं को किया जाएगा जागरुक

उपायुक्त ने केंद्र प्रशासक की मांग पर सेंटर में महिला पुलिस कर्मचारी व एएनएम की नियुक्ति के निर्देश दिए. उन्होंने केंद्र प्रशासक को निर्देश दिए कि वन स्टॉप सेंटर (ओएससी) का अधिकाधिक प्रचार-प्रसार किया जाए, ताकि ज्यादा से ज्यादा पीड़िताओं को इसका लाभ मिल सकें. सेंटर की सुविधाओं के संदर्भ में ग्रामीण स्तर पर भी जागरूकता फैलाई जाए. साथ ही उन्होंने ओएससी की एक कार्यशाला के आयोजन के भी निर्देश दिए. उन्होंने कहा कि सेंटर के दूरभाष नंबर और हैल्पलाईन नंबरों को जिला प्रशासन की वैबसाईट पर भी प्रसारित करवायें.

इस मौके पर सेंटर की प्रशासक डॉ. रितु गिल ने उपायुक्त को भरोसा दिलाया कि उनके दिशा-निर्देशों की ईमानदारी और कर्मठता से पूर्ण अनुपालना की जाएगी. उन्होंने उपायुक्त के समक्ष सेंटर की कुछ मांगें भी प्रस्तुत की, जिन्हें उपायुक्त ने तुरंत स्वीकारते हुए संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए.

ये भी पढ़ें- कोरोना काल में दूसरी बीमारियों से ग्रस्त मरीजों का कैसे हो रहा इलाज ?

सोनीपत: घरेलू हिंसा, बाल विवाह, दुष्कर्म और तेजाबी हमला पीड़िताओं को न्याय दिलाने के लिए वन स्टॉप सेंटर पूर्ण ईमानदारी और समर्पित भाव से कार्यरत है. पीड़ित महिलाओं को सेंटर का पूर्ण लाभ उठाना चाहिए. सेंटर में पीड़िताओं को पांच दिन तक ठहरने की व्यवस्था के साथ सुरक्षा व कानूनी सहायता उपलब्ध करवाई जाती है. इसके लिए पीड़ित महिलाएं हैल्प लाइन नंबर- 181 और 1091 और सेंटर के दूरभाष नंबर- 0130-2986758 पर भी संपर्क कर सकती हैं.

उपायुक्त की अध्यक्षता में कमेटी का गठन

उपायुक्त श्याम लाल पूनिया ने यह जानकारी देते हुए शोषित महिलाओं का आह्वान किया कि वे वन स्टॉप सेंटर की सहायता लेने में जरा भी हिचकिचाएं नहीं. यह सेंटर पूर्ण रूप से महिलाओं की सहायता के लिए ही खोला गया है. सोनीपत में एटलस रोड स्थित स्टेट आफ्टर केयर होम परिसर में वन स्टॉप सेंटर संचालित किया जा रहा है. सेंटर के संचालन के लिए उपायुक्त की अध्यक्षता में कमेटी का गठन भी किया गया है, जिसमें पुलिस अधीक्षक, जिला कानूनी सेवाएं प्राधिकरण के सचिव, जिला बार काउंसिल के अध्यक्ष, मुख्य चिकित्सा अधिकारी, जिला कार्यक्रम अधिकारी/संरक्षण अधिकारी, जिला विकास एवं पंचायत अधिकारी तथा आईटीबीपी के प्रोजेक्ट अधिकारी और एनजीओ के प्रतिनिधियों को शामिल किया गया है.

उपायुक्त पूनिया गुरुवार को लघु सचिवालय में वन स्टॉप सेंटर की समीक्षात्मक बैठक को संबोधित कर रहे थे. उन्होंने कहा कि वन स्टॉप सेंटर में पीड़िताओं को घर जैसा माहौल प्रदान कर न्याय दिलाने का लक्ष्य रखा गया है. यह बेहतरीन प्रयास है, जिसमें शामिल सदस्यों को अधिकारिक महिलाओं को इसका लाभ पहुंचाने के लिए प्रयास करने चाहिए. उन्होंने सेंटर की काउंसलर को निर्देश दिए कि काउंसलिंग के लिए नवीनतम अत्याधुनिक एवं वैज्ञानिक तरीकों की सहायता लें.

महिलाओं को किया जाएगा जागरुक

उपायुक्त ने केंद्र प्रशासक की मांग पर सेंटर में महिला पुलिस कर्मचारी व एएनएम की नियुक्ति के निर्देश दिए. उन्होंने केंद्र प्रशासक को निर्देश दिए कि वन स्टॉप सेंटर (ओएससी) का अधिकाधिक प्रचार-प्रसार किया जाए, ताकि ज्यादा से ज्यादा पीड़िताओं को इसका लाभ मिल सकें. सेंटर की सुविधाओं के संदर्भ में ग्रामीण स्तर पर भी जागरूकता फैलाई जाए. साथ ही उन्होंने ओएससी की एक कार्यशाला के आयोजन के भी निर्देश दिए. उन्होंने कहा कि सेंटर के दूरभाष नंबर और हैल्पलाईन नंबरों को जिला प्रशासन की वैबसाईट पर भी प्रसारित करवायें.

इस मौके पर सेंटर की प्रशासक डॉ. रितु गिल ने उपायुक्त को भरोसा दिलाया कि उनके दिशा-निर्देशों की ईमानदारी और कर्मठता से पूर्ण अनुपालना की जाएगी. उन्होंने उपायुक्त के समक्ष सेंटर की कुछ मांगें भी प्रस्तुत की, जिन्हें उपायुक्त ने तुरंत स्वीकारते हुए संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए.

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