सोनीपत: देश के लिए खेलने का सपना हर एक खिलाड़ी देखता है और हर किसी का ये सपना साकार हो जाए ये संभव नहीं है. गोहाना की रहने वाली पहलवान सोनम मलिक अपने इसी सपने के और नजदीक पहुंच गई है. वो भी ओलंपिक में मेडल जीतने वाली साक्षी मलिक को हराकर.
सोनम ने साक्षी मलिक को दी पटखनी
साक्षी मलिक को हराने वाली सोनम मलिक गोहाना के मदीना गांव की रहने वाली हैं. सोनम ने लखनऊ में चल रहे एशियाई चैंपियनशिप के ट्रायल में 62 किलोग्राम वर्ग में साक्षी मलिक को पटखनी दी. उन्होंने साक्षी को 10-11 से हराया है.
साक्षी को दी 10-11 से मात
सोनम मलिक को पहले दौर में अनुभवी पहलवानों से भिड़ना था, लेकिन सोनम ने हिम्मत नहीं हारी. पहले सोनम का मुकाबला साक्षी मलिक से हुआ. उनको 10-11 से हराने के बाद फाइनल राउंड में सोनम ने राधिका को भी 4-1 से हराकर 62 किग्रा वर्ग में भारतीय टीम में जगह बनाई.
बेहतर प्रदर्शन करने में नाकामयाब हुई साक्षी
बता दें कि साक्षी मलिक 58 भार वर्ग में देश के लिए ओलंपिक में कांस्य पदक जीतने वाली पहली भारतीय महिला हैं, लेकिन पिछले कुछ सालों से वो अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पा रही हैं. पिछले साल वर्ल्ड चैंपियनशिप में भी वो पहले ही राउंड में हार गई थीं. इसके बाद वो रेपचेज में भी कमाल नहीं कर पाईं और बिना मेडल लिए ही देश लौटी थी.इसके बाद रेसलिंग फेडरेशन ने उनसे इस प्रदर्शन पर सवाल किया जिसका उनके पास कोई जवाब नहीं था
वहीं साक्षी मलिक को हराने वाली विजेता पहलवान सोनम मलिक रोम में 15 से 18 जनवरी तक चलने वाली पहली रैंकिंग सीरीज में भाग लेंगी. जिसके बाद वो नई दिल्ली में 18 से 23 जनवरी तक होने वाली एशियाई चैंपियनशिप में हिस्सा लेंगी. अगर सोनम इन दोनों प्रतियोगिताओं में पदक जीत लेती हैं तो वो 27 से 29 मार्च तक जियान में होने वाले एशियाई ओलंपिक क्वालीफायर में भारत का प्रतिनिधित्व करेंगी.
पहले भी भारत के लिए गोल्ड जीत चुकी हैं सोनम
सोनम मलिक ने कहा कि उन्होंने ट्रायल में साक्षी मलिक को हराया है. इससे उनके मनोबल में इजाफा हुआ है. वो पहले जूनियर कुश्ती लड़ती थी. जिसमें वह दो गोल्ड जीत चुकी हैं. सोनम ने बताया कि वह टोक्यो में होने वाले ओलंपिक में मेडल जितने का लक्ष्य लेकर चल रही हैं.
जानिए सोनम मलिक के बारे में
साक्षी मलिक को हराने वाली सोनम मलिक सोनीपत जिले के गोहाना की रहने वाली हैं. वह 12 साल की उम्र से पहलवानी कर रही हैं और जूनियर कुश्ती में दो गोल्ड और एक कांस्य पदक भारत के लिए ला चुकी हैं. अब 18 साल की होते ही उन्होंने लखनऊ में चल रहे एशियाई चैंपियनशिप के ट्रायल में 62 किलोग्राम भार वर्ग में 10 -11 से हराया है.