चंडीगढ़/सोनीपत: गुरुवार को सिंघु बॉर्डर पर आस-पास के कुछ गांव वाले इकट्ठा हो गए. गांव वालों ने सिंघु बॉर्डर को खाली करने की मांग रखी. इस दौरान ग्रामीणों ने 'सिंघु बॉर्डर खाली करो' के नारे लगाए. जिसके बाद से ही प्रशासन अलर्ट हो गया है. आंदोलन स्थल (सिंघु बॉर्डर) पर पुलिस की तैनाती भी बढ़ा दी गई है.
लाल किले में हुई हिंसा को लेकर गांव वालों में नाराजगी दिखी. प्रदर्शनकारियों ने मांग की है कि तुरंत हाइवे खाली किया जाए. किसान आंदोलन के खिलाफ प्रदर्शन करने वालों में हिंदू सेना संगठन और स्थानीय नागरिक थे, जो तिरंगे के साथ आए थे.
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प्रदर्शनकारियों ने कहा कि लाल किले में तिरंगे का अपमान किया गया, जो हम लोग नहीं सहेंगे. हम अभी तक यहां प्रदर्शन कर रहे किसानों की मदद कर रहे थे, लेकिन गणतंत्र दिवस के दिन जो घटना हुई उससे वो काफी नाराज हैं.
गांव वाले VS किसान
जब गावंवालों की ओर से यहां पर प्रदर्शन किया गया, तो किसान प्रदर्शनकारियों ने भी नारेबाजी शुरू कर दी. किसानों की ओर से जय जवान-जय किसान के नारे लगाए गए. एक वक्त ऐसा मौका भी आया, जब नारेबाजी करने वाले दोनों पक्ष आमने-सामने आ गए.
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