सोनीपत: कृषि कानूनों को वापस करने की मांग को लेकर सिंघु बॉर्डर पर किसानों का आंदोलन 16 दिनों से जारी है. बॉर्डर पर डटे किसानों की अलग-अलग तरीकों से सेवा की जा रही है. कहीं महिलाएं किसानों के लिए रोटियां बना रही हैं तो कहीं युवा किसानों को दूध के पैकेट सप्लाई कर रहे हैं, लेकिन इन सबके बीच सिंघु बॉर्डर पर अनोखी सेवा लोगों की ध्यान अपनी ओर खींच रही है.
दरअसल, सिंघु बॉर्डर पर जूत बांटकर किसानों की सेवा की जा रही है. कुछ युवा किसान आंदोलन कर रहे किसानों को फ्री में जूतें बांटे जा रहे हैं. ईटीवी भारत से बातचीत के दौरान सेवा कर रहे किसानों ने बताया कि 16 दिनों से एक ही जूते किसानों ने पहने हैं. जिस वजह से कई किसानों की जूते फट गए हैं. ऐसे में उनकी मदद के लिए ये खास जूतों का लंगर लगाया गया है. जहां मुफ्त में जूते किसानों को बांटे जा रहे हैं.
जूते बांटने वाले किसानों ने बताया कि वो हर रोज करीब 500 जोड़ी जूते किसानों को बांट रहे हैं, ताकि सर्दी में उन्हें ज्यादा दिक्कत ना हो. उन्होंने कहा कि आंदोलन जारी रहने तक वो जूतों बांटने की सेवा करते रहेंगे.
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