सोनीपत: कृषि कानूनों के खिलाफ जारी किसानों का आंदोलन आज 14वें दिन में प्रवेश कर चुका है. एक तरफ जहां सरकार की ओर से आज किसानों को लिखित प्रस्ताव दिया जाएगा. वहीं दूसरी तरफ कई संगठनों और आम लोगों का किसानों की मदद के लिए आगे आने का सिलसिला जा रही है. इसी कड़ी में सिंघु बॉर्डर पर 14 दिन से डटे किसानों के समर्थन में अब साधु-संत भी आए हैं.
किसान आंदोलन के समर्थन में सिंघु बॉर्डर पहुंचे एक साधु ने कहा कि सरकार की गलत नीतियों के कारण ये आंदोलन किया जा रहा है, जिसमें हम भी बढ़-चढ़कर भाग ले रहे हैं. सरकार को किसानों की बात माननी चाहिए, लेकिन सभी सरकारों ने किसानों का नुकसान किया है. किसी ने भी भला करने का नहीं सोचा, इसीलिए आज किसान सड़कों पर आकर प्रदर्शन करने को मजबूर हो रहा है.
उन्होंने आगे बताया कि वो भी हरियाणा पुलिस में 20 साल नौकरी कर चुके हैं, लेकिन रिश्वत नहीं लेने पर उन्हें तंग किया गया जिसके बाद उन्होंने नौकरी छोड़ दी. जिसके बाद वो 5 साल सरपंच भी रह चुके हैं. उन्होंने कहा कि हरियाणा पंजाब का छोटा भाई है, इसलिए मैं यहां इन किसानों को समर्थन देने आया हूं.