सोनीपत: भ्रष्टाचार के आरोपों को लेकर अकसर विवादों में रहने वाली राई तहसील में एक बार फिर से जोरदार हंगामा हुआ. रजिस्ट्री के नाम पर रिश्वत मांगने के खिलाफ लोगों ने जमकर रोष प्रकट किया. इस दौरान तहसील में काम करने वाले कर्मचारियों और लोगों के बीच बात हाथापाई तक भी पहुंच गई. रजिस्ट्री करवाने के लिए पहुंचे अनिल कुमार का कहना है कि राई तहसील के सबसे ज्यादा भ्रष्टाचार फैला हुआ है. बिना रिश्वत दिए कोई भी अधिकारी और कर्मचारी काम नहीं करता है.
राई तहसील में भ्रष्टाचार!
वहीं लोगों का कहना है कि तहसील में इंतकाल करवाने की फीस महज 300 रुपये है. लेकिन इंतकाल के नाम पर हजारों रुपये वसूले जाते हैं. लोगों ने सरकार से इंतकाल की फीस जमा करने के लिए अलग काउंटर की मांग की है या फिर इंतकाल की फीस को पब्लिक काउंटर पर ही जमा की जाए. जिससे कि भ्रष्टाचार पर रोक लग सके.
लोगों ने प्रशासन के खिलाफ खोला मोर्चा
यहां राजेंद्र नाम का एक युवक हाथ में रजिस्ट्री के कागज लिए घूम रहा था. लेकिन उसकी सुनने वाला कोई नहीं था. ऐसा बताया जा रहा है कि राजेंद्र जिस रजिस्ट्री के कागजों को लेकर घूम रहा था, उन पर अवैध कॉलोनी की रजिस्ट्री होने का शक जताया जा रहा है. इसके साथ ही इस रजिस्ट्री में अधिकारियों की मिलीभगत होने का अंदेशा जताया जा रहा है.
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अधिकारियों ने की गाली-गलौच
जब राजेंद्र अधिकारियों के पास पहुंचा तो अधिकारियों ने बिना जांच किए ही उसके साथ गाली-गलौच करना शुरू कर दिया. जिसकी वजह से विवाद बढ़ गया. उससे रजिस्ट्री के काजग भी छीनने की कोशिश की गई. जो रजिस्ट्री उसके पास थी वो कृषि भूमि की थी ना कि किसी कॉलोनी की. जब विवाद बढ़ गया तो पीड़ित लोग भी राजेंद्र के साथ आ गए और अधिकारियों के खिलाफ प्रदर्शन करने लग गए. लोगों ने इस मामले पर जांच की मांग की है.