चंडीगढ़/सोनीपत: बरोदा उपचुनाव को लेकर तारीखों के ऐलान के बाद से प्रदेश में सियासी पारा गर्माता जा रहा है. सभी पार्टियों के नेता लगातार एक के बाद एक बैठकें और रैलियां कर रहे हैं. इस सीट पर कांग्रेस के पास कृषि कानून, बर्खास्त पीटीआई, शराब घोटाला जैसे तमाम मुद्दे हैं तो वहीं सरकार के पास विकास का मुद्दा है. कौनसा मुद्दा किस पर भारी पड़ेगा. अभी ये कहना मुश्किल है. फिलहाल हम रविवार के चुनावी घटनाक्रम पर नजर डालते हैं.
अभय चौटाला ने किया जीत का दावा
कृषि कानून के खिलाफ हो रहे विरोध और हाथरस कांड को लेकर हो रहे आंदोलनों के बीच रविवार को बरोदा विधानसभा क्षेत्र में कई नेताओं ने दौरा किया और एक दूसरे की जमकर खिंचाई की. रविवार को बरोदा विधानसभा चुनाव को लेकर बुलबुल गार्डन में इंडियन नेशनल लोकदल के कार्यकर्ताओं की बैठक हुई. इसमें भीड़ को देखकर इनेलो पार्टी के महासचिव अभय चौटाला ने कहा कि आज की भीड़ को देखकर कांग्रेस और बीजेपी की नींद हराम हो जाएगी. आने वाले समय में इंडियन नेशनल लोकदल के उम्मीदवार की जीत होगी.
सीएम ने बरोदा में जीत का दावा किया
वहीं बरोदा में चुनाव के प्रचार के लिए गए विधायक सोमबीर सांगवान ने दावा किया कि इस क्षेत्र से जो बीजेपी भी उम्मीदवार जीतेगा. वो सरकार में मंत्री बनेगा. वहीं करनाल में मुख्यमंत्री ने बरोदा उपचुनाव को लेकर भाजपा की जीत का दावा किया. उन्होंने कहा कि बरोदा उपचुनाव के लिए उनकी पूरी तैयारी है.
धनखड़ ने कांग्रेस की रैली को बताया चुनावी इवेंट
दूसरी ओर गुरुग्राम में एक कार्यक्रम के दौरान भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ओपी धनखड़ ने कहा कि बरोदा उपचुनाव विकास के मुद्दे पर हो रहा है. वहां विकास का बड़ा अभाव था. बरोदा के लोग भी विकास चाहते हैं. वहीं उन्होंने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि कांग्रेस किसान कानून पर भ्रम फैला रही है. इस भ्रम को आगे बढ़ाने के लिए कांग्रेस बाकायदा इवेंट चला रही है. जिसमें उनका ट्रैक्टर फूंकना शामिल है.
'आप' नहीं लड़ेगी चुनाव
वहीं चंडीगढ़ में प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान आम आदमी पार्टी के सांसद सुशील गुप्ता ने बरोदा उपचुनाव को लेकर कहा कि आम आदमी पार्टी केवल व्यवस्था बदलने के लिए चुनाव लड़ती है, एक सीट से व्यवस्था नहीं बदलेगी. इसलिए बरोदा उपचुनाव आम आदमी पार्टी नहीं लड़ेगी.
लोगों ने बनाया सरकार के खिलाफ वोट का मन
आरोप प्रत्यारोप के बीच इस बार बरोदा उपचुनाव जीतने की राह सरकार के लिए भी आसान नहीं हैं. एक ओर विपक्ष तो वहीं दूसरी ओर बिजली, पानी जैसी मूलभूत सुविधाएं ना मिलने से नाराज लोग भी सरकार के खिलाफ उतरने लगे हैं. सोनीपत की ओमेक्स सिटी के लोग इन सुविधाओं के लिए सरकार से कई बार गुहार लगा चुके हैं, लेकिन उनकी समस्या का कोई हल नहीं हुआ. जिसकी वजह से इस बार लोगों ने बरोदा उपचुनाव में सरकार का बहिष्कार करने का फैसला किया है.
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बता दें कि पूरे देश में 56 सीटों पर उपचुनाव होने हैं. इनमें से एक सीट हरियाणा की है. हरियाणा में बरोदा सीट पर उपचुनाव होना है. यहां से विधायक श्री कृष्ण हुड्डा की मौत हो गई थी. उनकी सीट खाली होने पर यहां उपचुनाव हो रहा है. इस सीट पर 3 नवंबर को वोटिंग होगी और 10 नवंबर को परिणाम आएंगे. सियासी दावों और वादों के बीच किस के सिर पर ताज सजेगा ये तो आने वाला वक्त ही बताएगा.