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हरियाणा बजट: खिलाड़ियों को क्या देगी सरकार ? टोक्यो में इसी साल होने हैं ओलंपिक गेम्स - sports expectations haryana budget 2020

पूरे देश में जब भी खेल और खिलाड़ियों की बात आती है तो सबसे पहले हरियाणा राज्य का नाम लिया जाता है. प्रतियोगिता नेशनल लेवल की हो या इंटरनेशनल लेवल की मेडल सबसे ज्यादा हरियाणा के खिलाड़ी ही जीतते हैं. लेकिन खेल के क्षेत्र में हरियाणा में अभी भी ऐसी कई कमियां हैं जिनको आने वाले बजट से पूरा करने की उम्मीद लगाई जा रही है.

players expectations haryana budget
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Published : Feb 26, 2020, 8:36 PM IST

Updated : Feb 27, 2020, 7:15 PM IST

सोनीपत: 22 जिलों के छोटे से राज्य हरियाणा का खेलों की दुनिया में अपना अलग ही नाम है. 28 फरवरी को मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर बजट पेश करने वाले हैं. हर क्षेत्र के लोग इस बजट से खास उम्मीद लगाए बैठे हैं ठीक उसी तरह खेल और खिलाड़ियों को भी बजट से काफी उम्मीदें हैं.

भारतीय महिला हॉकी टीम की पूर्व कप्तान और खेल विशेषज्ञ प्रीतम सिवाच से जब इस बारे में बात की गई तो उनका कहना था कि इस बार प्रदेश के खेल मंत्री भी पूर्व खिलाड़ी हैं तो जाहिर तौर पर खिलाड़ियों को सरकार से और खेल मंत्री से ज्यादा उम्मीदें हैं.

खिलाड़ियों को क्या देगी सरकार ? टोक्यो में इसी साल होने हैं ओलंपिक गेम्स.

'खेल स्टेडियमों पर खास ध्यान देने की जरूरत'

उन्होंने सोनीपत की खेल स्टेडियम का उदाहरण देते हुए कहा कि बड़ी ही हैरानी की बात है कि देश को इतने बड़े खिलाड़ी देने वाली सोनीपत अकेडमी में आज तक सरकार की खेल नीति की एक पाई तक नहीं पहुंची. ऐसा ही राज्य के अन्य जिलों की स्टेडियम में भी हो रहा होगा. अभी भी प्रदेश में स्टेडियम्स की कमी हैं और जहां स्टेडियम बना दी गई हैं वहां सुविधाओं की कमी है. सरकार को इस ओर खास ध्यान देने की जरूरत है.

ये भी पढ़ेंः हरियाणा बजट: मनोहर सरकार से कुछ खास उम्मीदें लगाए बैठा है युवा

'खिलाड़ियों की डाइट के लिए हो कोई बेहतर प्रावधान'

खेल विशेषज्ञ का कहना है सबसे पहले खिलाड़ियों की डाइट पर ध्यान दिया जाए. इसके अलावा जो खिलाड़ी घर से दूर प्रैक्टिस करने आते हैं उनके लिए बस यात्रा फ्री की जाए. घर से खेल स्टेडियम जाने के लिए कुछ खिलाड़ियों के पास तो किराया तक नहीं होता है. ऐसे में इन खिलाड़ियों को घर से स्टेडियम तक लाने के लिए सरकार कोई प्रावधान करे या फिर स्पेशल खेल बस चलाए. अगर जमीनी स्तर पर ज्यादा ध्यान दिया गया तो प्रदेश के खिलाड़ी और भी ज्यादा मेडल जीतेंगे.

खिलाड़ी सरकार पर लगा चुके हैं आरोप

बता दें कि हरियाणा की खेल नीति को देश में सबसे अच्छी खेल नीति कहा जाता है लेकिन हरियाणा के खिलाड़ी कई बार सरकार पर इनामी राशि वक्त पर ना देने के भी आरोप लगा चुके हैं. अभी ज्यादा समय नहीं हुआ जब मनु भाकर ने इनामी राशि वक्त पर ना मिलने की बात कही थी और तब के खेल मंत्री अनिल विज शूटर को हिदायत देने पर उतर आए थे.

टोक्यो में इसी साल होने हैं ओलंपिक्स गेम्स

पिछले साल हरियाणा सरकार नें कुल 1 लाख 32 हजार रु का बजट पेश किया था जिसमें से 401 करोड़ रुपये की राशि खेलों के लिए आवंटित की गई थी. लेकिन उसके बाद भी हरियाणा में खेल के क्षेत्र से लगातार शिकायतें आती रही. हरियाणा के खिलाड़ी स्टेडियम्स में सुविधाओं की कमी, इनामी राशि वक्त पर ना मिलने, ठीक डाइट ना मिलने के बाद भी लगातार बेहतर प्रदर्शन कर रहे हैं. इसी साल टोक्यो में ओलंपिक्स गेम्स भी होने वाले हैं. ऐसे में अब देखना ये होगा कि सरकार आने वाले बजट में खेल और खिलाड़ियों के लिए क्या घोषणा करती है.

ये भी पढ़ें- गार्बेज प्लांट का जेपी से पोजेशन वापस लेगा नगर निगम, हाउस बैठक में लिया फैसला

सोनीपत: 22 जिलों के छोटे से राज्य हरियाणा का खेलों की दुनिया में अपना अलग ही नाम है. 28 फरवरी को मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर बजट पेश करने वाले हैं. हर क्षेत्र के लोग इस बजट से खास उम्मीद लगाए बैठे हैं ठीक उसी तरह खेल और खिलाड़ियों को भी बजट से काफी उम्मीदें हैं.

भारतीय महिला हॉकी टीम की पूर्व कप्तान और खेल विशेषज्ञ प्रीतम सिवाच से जब इस बारे में बात की गई तो उनका कहना था कि इस बार प्रदेश के खेल मंत्री भी पूर्व खिलाड़ी हैं तो जाहिर तौर पर खिलाड़ियों को सरकार से और खेल मंत्री से ज्यादा उम्मीदें हैं.

खिलाड़ियों को क्या देगी सरकार ? टोक्यो में इसी साल होने हैं ओलंपिक गेम्स.

'खेल स्टेडियमों पर खास ध्यान देने की जरूरत'

उन्होंने सोनीपत की खेल स्टेडियम का उदाहरण देते हुए कहा कि बड़ी ही हैरानी की बात है कि देश को इतने बड़े खिलाड़ी देने वाली सोनीपत अकेडमी में आज तक सरकार की खेल नीति की एक पाई तक नहीं पहुंची. ऐसा ही राज्य के अन्य जिलों की स्टेडियम में भी हो रहा होगा. अभी भी प्रदेश में स्टेडियम्स की कमी हैं और जहां स्टेडियम बना दी गई हैं वहां सुविधाओं की कमी है. सरकार को इस ओर खास ध्यान देने की जरूरत है.

ये भी पढ़ेंः हरियाणा बजट: मनोहर सरकार से कुछ खास उम्मीदें लगाए बैठा है युवा

'खिलाड़ियों की डाइट के लिए हो कोई बेहतर प्रावधान'

खेल विशेषज्ञ का कहना है सबसे पहले खिलाड़ियों की डाइट पर ध्यान दिया जाए. इसके अलावा जो खिलाड़ी घर से दूर प्रैक्टिस करने आते हैं उनके लिए बस यात्रा फ्री की जाए. घर से खेल स्टेडियम जाने के लिए कुछ खिलाड़ियों के पास तो किराया तक नहीं होता है. ऐसे में इन खिलाड़ियों को घर से स्टेडियम तक लाने के लिए सरकार कोई प्रावधान करे या फिर स्पेशल खेल बस चलाए. अगर जमीनी स्तर पर ज्यादा ध्यान दिया गया तो प्रदेश के खिलाड़ी और भी ज्यादा मेडल जीतेंगे.

खिलाड़ी सरकार पर लगा चुके हैं आरोप

बता दें कि हरियाणा की खेल नीति को देश में सबसे अच्छी खेल नीति कहा जाता है लेकिन हरियाणा के खिलाड़ी कई बार सरकार पर इनामी राशि वक्त पर ना देने के भी आरोप लगा चुके हैं. अभी ज्यादा समय नहीं हुआ जब मनु भाकर ने इनामी राशि वक्त पर ना मिलने की बात कही थी और तब के खेल मंत्री अनिल विज शूटर को हिदायत देने पर उतर आए थे.

टोक्यो में इसी साल होने हैं ओलंपिक्स गेम्स

पिछले साल हरियाणा सरकार नें कुल 1 लाख 32 हजार रु का बजट पेश किया था जिसमें से 401 करोड़ रुपये की राशि खेलों के लिए आवंटित की गई थी. लेकिन उसके बाद भी हरियाणा में खेल के क्षेत्र से लगातार शिकायतें आती रही. हरियाणा के खिलाड़ी स्टेडियम्स में सुविधाओं की कमी, इनामी राशि वक्त पर ना मिलने, ठीक डाइट ना मिलने के बाद भी लगातार बेहतर प्रदर्शन कर रहे हैं. इसी साल टोक्यो में ओलंपिक्स गेम्स भी होने वाले हैं. ऐसे में अब देखना ये होगा कि सरकार आने वाले बजट में खेल और खिलाड़ियों के लिए क्या घोषणा करती है.

ये भी पढ़ें- गार्बेज प्लांट का जेपी से पोजेशन वापस लेगा नगर निगम, हाउस बैठक में लिया फैसला

Last Updated : Feb 27, 2020, 7:15 PM IST
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