सोनीपत: हरियाणा की मनोहर लाल सरकार के दूसरे कार्यकाल में प्रदेश को आने वाले समय में 23वां जिला मिल सकता है. प्रदेश सरकार ने सोनीपत जिले के गोहाना उपमंडल को नया जिला बनाने की शुरुआती प्रक्रिया शुरू कर दी है. सरकार ये कदम गोहाना उपमंडल और उससे सटे गांव के लोगों की मांग पर उठाने जा रही है.
बता दें कि गोहाना तहसील को पहले रोहतक जिले में जोड़ा गया था. रोहतक गोहाना से लगभग 35 किलोमीटर दूर है. वर्ष 1972 में सोनीपत जिला बना. इसके बाद गोहाना तहसील को सोनीपत जिले में जोड़ दिया गया. गोहाना की सोनीपत से भी दूरी 36 किलोमीटर है.
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गोहाना के लोगों को विभिन्न कार्यों के लिए सोनीपत स्थित मुख्य सरकारी कार्यालयों के चक्कर काटने पड़ रहे हैं. जिला बनने पर गोहाना के लोगों को सोनीपत के चक्कर नहीं काटने पड़ेंगे. वर्ष 2011 में हुई जनगणना के अनुसार गोहाना की आबादी तीन लाख से अधिक है. गोहाना तहसील में 86 गांव आते हैं. कांग्रेस के राज में गोहाना नगर पालिका का दर्जा बढ़ाकर इसे नगर परिषद बना दिया गया था.
गोहाना में आम जनता से हमने जिला बनाने की बात पूछी तो गोहाना की जनता ने काह कि अगर गोहाना जिला बनता है तो बड़ी खुशी की बात होगी. जिला बनाने को लेकर बड़े लंबे समय से यहां पर धरने प्रदर्शन भी हुए हैं. अगर मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर गोहाना को जिला बनाते हैं तो हम उनका धन्यवाद करेंगे क्योंकि यहां पर रोजगार के अवसर भी पैदा होंगे और सरकारी विभागों के जो काम सोनीपत करवाने जाते हैं वह काम हम गोहाना में ही करवा पाएंगे.
गोहाना निवासी डॉ. धर्मवीर नांदल ने बताया कि तहसील गोहाना का एक अपना इतिहास है. गोहाना में बहुत पुराना शिव का मंदिर है और उसके पास एक तालाब होता था. यहां पर आसपास बहुत सारा वन खड़ा था जिसमें बहुत सारी गाय यहां पर पानी पीती थी. गौमाता से ही गोहाना का नाम पड़ा है. राजनीति में भी गोहाना का एक अपना नाम रहा है.
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