सोनीपतः जाको राखे साइयां मार सके ना कोई... खरखौदा के सिविल अस्पताल में डॉक्टर्स ने दो जुड़वा बच्चों की डिलिवरी करवाकर इस कहावत को सच कर दिखाया है. कॉम्प्लिकेशन के बावजूद डॉक्टर्स ने महिला की नार्मल डिलिवरी करवाई है. ये उस परिस्थिति में संभव हो पाया है जब गर्भवती महिला में खून की कमी थी और उसे मौके पर ही दो यूनिट खून चढ़ाया गया. दोनों बच्चों में से एक का सीधा और दूसरे का उल्टा होना भी, डॉक्टर्स के चुनौती था लेकिन वे नार्मल डिलिवरी करवाने में सफल रहे.
डिलिवरी करवाने वालीं डॉक्टर भावना के मुताबिक औरंगाबाद, सोनीपत से गर्भवती महिला प्रीति को डिलिवरी को लिए भर्ती करवाया गया था, लेकिन जब उसकी जांच की गई तो पता चला कि उसमें खून की कमी है. जिसके बाद उसे दो यूनिट खून चढ़ाया गया और डिलिवरी के लिए तैयार किया गया. इस दौरान उन्हें इस बात का भी ध्यान रखना था कि प्रीति को जुड़वां बच्चों को जन्म देना था, जिसमें भी एक बच्चा उल्टा तो दूसरा सीधा है.
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मां और बच्चे हैं स्वस्थ
हालांकि डॉक्टर भावना ने अपनी टीम के साथ मिलकर डिलिवरी को नार्मल करवाने में सफलता पाई और प्रीति ने दो जुड़वां बच्चों को जन्म दिया. डिलिवरी के बाद मां और बच्चे दोनों स्वस्थय है. हालांकि फिलहाल मां को अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है, जबकि अभी बच्चों को (एसएनसीयू) स्पेशल न्यूबार्न केयर यूनिट में रखा गया है.