सोनीपत: हरियाणा सरकार का दावा है कि वो गरीबों तक राशन पहुंचाने के लिए लॉकडाउन के दौरान हर संभव प्रयास कर रही है, लेकिन फिर भी गोहाना में कई गांव में गरीबों तक राशन नहीं बांटा गया है.
गांव मुंडलाना में मनरेगा के तहत काम करने वाले कुछ मजदूरों के राशन कार्ड भी नहीं बने हुए है और 15 साल से कुछ मजदूर बगैर राशन के ही मजदूरी कर अपना पेट पाल रहे हैं.
उनकी जगह दूसरे लोगों के कार्ड बने हुए हैं. उन्होंने प्रशासन पर ये भी आरोप लगाया है कि सोनीपत एडीसी कार्यालय में ये मजदूर कई बार चक्कर काट कर आ चुके हैं, लेकिन अभी तक इनके राशन कार्ड नहीं बने हैं.
अब मजदूरों के आरोपों के बाद सरकार के सभी दावे फेल होते नजर आ रहे हैं, क्योंकि अधिकारी किसी का भी काम टाइम पर नहीं करते. इस मामले में गोहाना एसडीएम ने कैमरे के सामने बोलने से मना कर दिया.
गांव मुंडलाना निवासी प्रीति ने बताया कि 15 वर्ष पहले हमारे राशन कार्ड कट गए थे. उसके बाद लगातार हम सोनीपत कार्यालय में चक्कर लगा रहे हैं, लेकिन उसके बावजूद भी हमारा राशन कार्ड नहीं बना. हम मनरेगा के तहत मजदूरी करके अपना पेट पालते हैं, लेकिन 15 वर्ष हो गए आज तक हमें कोई भी राशन डिपो से अनाज व अन्य राशन नहीं मिला है.