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71 साल से भीमेश्वरी माता मंदिर में लग रहे मेले का इस बार नहीं होगा आयोजन - भीमेश्वरी माता मंदिर मेला गोहाना

71 साल से लगातार गोहाना के देवीपुरा में नवरात्र में भीमेश्वरी माता मंदिर के परिसर में मेले का आयोजन किया जाता था. लेकिन लॉकडाउन की वजह से अबकी बार मेले का आयोजन नहीं किया जाएगा.

gohana temple
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Published : Mar 31, 2020, 6:49 PM IST

सोनीपत: गोहाना के देवीपुरा में भीमेश्वरी माता के मंदिर में लगातार 71 साल से मेले का आयोजन किया जाता था और यहां पर हजारों की संख्या में श्रद्धालु माता के दर्शन करते थे और मन्नत मांगते थे. नवरात्र में अष्टमी के दिन यहां पर मेले का आयोजन बड़े चाव से किया जाता था, लेकिन अब की बार कोरोना वायरस के चलते यहां पर मेले का आयोजन नहीं किया जाएगा. भीमेश्वरी माता ट्रस्ट ने ये फैसला पहले ही किया था कि दर्शन के लिए भी माता का मंदिर बंद रहेगा और मेले का आयोजन भी नहीं किया जाएगा.

ये भी पढ़िए: चंडीगढ़ में 5 नए कोरोना पॉजिटिव मरीज आए सामने

भीमेश्वरी माता ट्रस्ट के संचालक संदीप वर्मा ने बताया कि 1951 में उनके पूर्वज बेरी गांव से यह जोत लेकर मंदिर बनाया था, तब से इस मंदिर में श्रद्धालुओं की आस्था बनी हुई है. यहां पर नवरात्र अष्टमी के दिन मेला लगता है और लोग माता के दर्शन करने आते हैं. लेकिन अब की बार यहां पर मेले का आयोजन नहीं किया जाएगा.

मंदिर के पुजारी रामचरण ने बताया कि 25 साल से लगातार यहां पर रहकर मंदिर की सेवा कर रहे हैं. लगातार मेला लग रहा था लेकिन अब की बार मेले का आयोजन नहीं किया जाएगा, कोरोना वायरस के चलते यह निर्णय लिया गया है.

ये भी पढ़ें- लॉकडाउन की वजह से ठप हुई चारे की आपूर्ति, भूख से तड़प रहा है गोवंश

सोनीपत: गोहाना के देवीपुरा में भीमेश्वरी माता के मंदिर में लगातार 71 साल से मेले का आयोजन किया जाता था और यहां पर हजारों की संख्या में श्रद्धालु माता के दर्शन करते थे और मन्नत मांगते थे. नवरात्र में अष्टमी के दिन यहां पर मेले का आयोजन बड़े चाव से किया जाता था, लेकिन अब की बार कोरोना वायरस के चलते यहां पर मेले का आयोजन नहीं किया जाएगा. भीमेश्वरी माता ट्रस्ट ने ये फैसला पहले ही किया था कि दर्शन के लिए भी माता का मंदिर बंद रहेगा और मेले का आयोजन भी नहीं किया जाएगा.

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भीमेश्वरी माता ट्रस्ट के संचालक संदीप वर्मा ने बताया कि 1951 में उनके पूर्वज बेरी गांव से यह जोत लेकर मंदिर बनाया था, तब से इस मंदिर में श्रद्धालुओं की आस्था बनी हुई है. यहां पर नवरात्र अष्टमी के दिन मेला लगता है और लोग माता के दर्शन करने आते हैं. लेकिन अब की बार यहां पर मेले का आयोजन नहीं किया जाएगा.

मंदिर के पुजारी रामचरण ने बताया कि 25 साल से लगातार यहां पर रहकर मंदिर की सेवा कर रहे हैं. लगातार मेला लग रहा था लेकिन अब की बार मेले का आयोजन नहीं किया जाएगा, कोरोना वायरस के चलते यह निर्णय लिया गया है.

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