सोनीपत/खरखौदा: खरखौदा के रहने वाले कुछ मजदूरों ने आरोप लगाया है कि मनरेगा (महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम) के तहत काम करने के बाद भी उन्हें अबतक मजदूरी नहीं मिली है. वो इस बारे में एसडीएम से भी गुहार लगा चुके हैं, लेकिन उनकी कोई सुन नहीं रहा है.
झरोठ गांव के निवासी जगबीर ने बताया कि उन्होंने करीब तीन महीने तक मनरेगा के तहत काम किया था. उन्होंने तीन महीने तक स्कूलों, नालों सहित कई जगहों की सफाई की, लेकिन इसके बाद भी उन्हें अभीतक पैसे नहीं मिले हैं. उन्होंने आरोप लगाया कि ठेकेदार पैसे मांगने पर धमकी देता है.
जगबीर ने कहा कि जब इस बारे में सरपंच से बात की तो वो भी इस मामले में चुप रहा है. जगबीर ने सरपंच पर भी ठेकेदार से मिले होने का आरोप लगाया और एसडीएम के नाम एक शिकायत उपमंडल कार्यालय में जमाकर तीन महीने की मजदूरी दिलाने की मांग की है.